मुंबई (महाराष्ट्र): मुंबई के बोरीवली पुलिस ने लूट के मामले में 32 साल से फरार चल रहे एक 73 वर्षीय वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है. दिंडोशी सेशन कोर्ट ने आरोपी व्यक्ति को चोरी और डकैती के मामले में फरार घोषित किया था. आरोपी का नाम विश्वनाथ उर्फबाला विठ्ठल पवार है.
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी को जमानत मिलने के बाद आरोपी अदालती सुनवाई के दौरान अनुपस्थित रहता था. डिंडोशी को बाद में सत्र न्यायालय ने फरार घोषित कर दिया था. आरोपी के खिलाफ साल 1990 में बोरीवली थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. उसके बाद आरोपी जमानत पर रिहा हो गया लेकिन आरोपी कोर्ट में सुनवाई के दौरान पेश नहीं हुआ.
उसके बाद दिंडोशी सत्र न्यायालय ने आरोपी को फरार घोषित कर दिया था, तब से वह फरार चल रहा था. इस बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी विश्वनाथ कालवाड़ी, पारुले, जिला सिंधुदुर्ग का रहने वाला है और जनवरी 2023 में गांव आया था. इस सूचना पर पुलिस उपनिरीक्षक कदम, पुलिस कांस्टेबल घनवट, पुलिस कांस्टेबल पवार की टीम ने पारुले के कदवाड़ी में छापेमारी की वह नहीं मिला.
इस दौरान बोरीवली थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक सागर सालुंके को आरोपी के बारे में अहम जानकारी मिली. जानकारी मिली कि आरोपी ठाणे में भायंदर पूर्व में इंद्रलोक में रहता है. पुलिस ने जब इंद्रलोक में छापेमारी की तो पता चला कि वह उस जगह का मकान बेचकर दूसरी जगह चला गया है.
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18 फरवरी को पुन: विश्वसनीय सूत्रों सूचना मिली कि आरोपी इंद्रलोक फेज-6 भायंदर में मौजूद है. सूचना पर वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निनाद सावंत एवं पुलिस निरीक्षक (अपराध) विजय मडये के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक सागर सालुंके, पुलिस उपनिरीक्षक प्रमोद निंबालकर, पुलिस कांस्टेबल पवार की टीम ने छापा मारा. इस बार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक आरोपी पिछले 32 साल से छुपकर रह रहा था और लगातार अपना ठिकाना बदल कर पुलिस को गुमराह कर रहा था. बोरीवली पुलिस स्टेशन की उक्त टीम ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, उत्तर क्षेत्रीय मंडल मुंबई राजीव जैन, पुलिस उपायुक्त सर्कल-15 मुंबई अजय कुमार बंसल और सहायक पुलिस आयुक्त बोरीवली डिवीजन के मार्गदर्शन इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.