नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य सुशील कुमार रिंकू लोकसभा से अपने और राज्यसभा सदस्यों संजय सिंह, राघव चड्ढा के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को शरीर पर जंजीर लपेटकर संसद भवन परिसर में पहुंचे. रिंकू ने कहा, 'देश में आज लोकतंत्र खतरे में है। केंद्र सरकार ने लोकतंत्र के चारों स्तंभों को दासता की जंजीरों में बांध दिया है.' लोकसभा में आप के एकमात्र सदस्य ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की और बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की विचारधारा की हत्या करने का आरोप लगाया और जनता से अपील की कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाया जाए.
रिंकू ने आरोप लगाया, 'देश की न्यायपालिका लोगों को न्याय देना चाहती है लेकिन केंद्र सरकार शीर्ष अदालत के फैसले को स्वीकार करने को तैयार नहीं है. देश में कार्यपालिका और पूरी नौकरशाही केंद्र सरकार के इशारे पर नाच रहे हैं. गैर-भाजपा नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है.' रिंकू ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष जाने सहित पूरे संसद परिसर में घूमते हुए नारे भी लगाए.
उन्हें गत तीन अगस्त को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के सामने कागज फाड़कर फेंकने के लिए वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था. आप सांसद संजय सिंह को गत 24 जुलाई को और राघव चड्ढा को शुक्रवार को नियमों के उल्लंघन और कदाचार के मामले में उच्च सदन से निलंबित किया गया.
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(पीटीआई-भाषा)