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यूएन द्वारा आयोजित वर्ल्ड असेंबली में आतिशी ने पेश की दिल्ली की सुंदर तस्वीर

संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से आयोजित शिखर सम्मेलन 'वर्ल्ड असेंबली' में शुक्रवार को 'दिल्ली मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस' की गूंज रही. कालकाजी की विधायक आतिशी ने न्यूयार्क में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में विश्व भर के देशों को बताया कि कैसे पिछले सात सालों में 'दिल्ली मॉडल ऑफ गवर्नेंस' ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सूरत बदल दी है.

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Published : Apr 30, 2022, 4:56 PM IST

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से आयोजित शिखर सम्मेलन 'वर्ल्ड असेंबली' में शुक्रवार को 'दिल्ली मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस' की गूंज रही. कालकाजी की विधायक आतिशी ने न्यूयार्क में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में विश्व भर के देशों को बताया कि कैसे पिछले सात सालों में 'दिल्ली मॉडल ऑफ गवर्नेंस' ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सूरत बदल दी है. वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बेहतर दुनिया बनाने के लिए हम सभी एक-दूसरे से सीखेंगे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में बताया गया कि कैसे सस्टेनेबल सिटीज के निर्माण में दिल्ली मॉडल मदद कर सकता है.

विधायक आतिशी ने कहा कि 90 के दशक के अंतिम सालों में पूरे विश्व में सरकारों के लिए अपने नागरिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली उपलब्ध करवाना बहुत ही महंगा हो गया. इसलिए सरकारों ने खासतौर पर विकासशील देशों ने इन सेवाओं को निजी हाथों को सौंप दिया. इसके कारण सभी चीजों का टैरिफ बढ़ा. सरकारों ने बजट प्रबंधन करने के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी बजट में कटौती की. इससे समाज के अंदर आर्थिक असामनता बढ़ी.

विधायक आतिशी ने कहा कि अरिवंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद 2020 तक दिल्ली में ये हालात बदल गए. आज बिजली की मांग बढ़ने के बावजूद दिल्ली में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाती है. दिल्ली में बिजली की कीमतें पूरे देश में सबसे कम है. आज दिल्ली के 40 लाख घरों का बिजली बिल जीरो आता है और बिजली कंपनियों की हालत भी सुधरी है. आज दिल्ली के 80 प्रतिशत से ज्यादा इलाकों में पानी की पाइप लाइन और सीवर लाइन है. सरकारी स्कूलों का रिजल्ट भी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आने लगा है और पिछले साल दो लाख से ज्यादा बच्चों ने प्राइवेट से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है. मोहल्ला क्लीनिक के अपने मॉडल से लोगों को मुफ्त में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाया जा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से आयोजित शिखर सम्मेलन 'वर्ल्ड असेंबली' में आतिशी ने बताया कि सात सालों में दिल्ली सरकार का बजट 30 हजार करोड़ से बढ़कर 75 हजार करोड़ रुपये हो गया और दिल्ली की जीडीपी में 150 फीसद का इजाफा हुआ है. आज दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय देश के प्रति व्यक्ति आय का तीन गुणा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए काम सरकार की राजनीतिक इच्छा शक्ति है, जो अच्छी तरह से डिजाइन की गई नीतियों और उसे बेहतर ढंग से लागू कर लोगों तक पहुंचाने का परिणाम है.

यह भी पढ़ें- Congress Chintan Shivir: सोनिया गांधी ने 400 नेताओं को आमंत्रित करना शुरू किया

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायक आतिशी द्वारा शिखर सम्मेलन को संबोधित करने पर ट्वीट कर उन्हें बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'शाबाश आतिशी! यह बेहद गौरवांवित करने वाला पल है. इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिल्ली और देश के लोगों की भावनाओं समेत देश के सामर्थ्य से पूरे विश्व को अवगत कराने पर बहुत-बहुत बधाई. देश इसी तरह की प्रगतिशील सोच चाहता है. वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर विधायक आतिशी को बधाई दी और कहा 'आतिशी ने संयुक्त राष्ट्र में बताया कि कैसे सस्टेनेबल सिटीज के निर्माण में अरविंद केजरीवाल मॉडल मदद कर सकता है?'

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से आयोजित शिखर सम्मेलन 'वर्ल्ड असेंबली' में शुक्रवार को 'दिल्ली मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस' की गूंज रही. कालकाजी की विधायक आतिशी ने न्यूयार्क में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में विश्व भर के देशों को बताया कि कैसे पिछले सात सालों में 'दिल्ली मॉडल ऑफ गवर्नेंस' ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सूरत बदल दी है. वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बेहतर दुनिया बनाने के लिए हम सभी एक-दूसरे से सीखेंगे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में बताया गया कि कैसे सस्टेनेबल सिटीज के निर्माण में दिल्ली मॉडल मदद कर सकता है.

विधायक आतिशी ने कहा कि 90 के दशक के अंतिम सालों में पूरे विश्व में सरकारों के लिए अपने नागरिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली उपलब्ध करवाना बहुत ही महंगा हो गया. इसलिए सरकारों ने खासतौर पर विकासशील देशों ने इन सेवाओं को निजी हाथों को सौंप दिया. इसके कारण सभी चीजों का टैरिफ बढ़ा. सरकारों ने बजट प्रबंधन करने के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में भी बजट में कटौती की. इससे समाज के अंदर आर्थिक असामनता बढ़ी.

विधायक आतिशी ने कहा कि अरिवंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद 2020 तक दिल्ली में ये हालात बदल गए. आज बिजली की मांग बढ़ने के बावजूद दिल्ली में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाती है. दिल्ली में बिजली की कीमतें पूरे देश में सबसे कम है. आज दिल्ली के 40 लाख घरों का बिजली बिल जीरो आता है और बिजली कंपनियों की हालत भी सुधरी है. आज दिल्ली के 80 प्रतिशत से ज्यादा इलाकों में पानी की पाइप लाइन और सीवर लाइन है. सरकारी स्कूलों का रिजल्ट भी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आने लगा है और पिछले साल दो लाख से ज्यादा बच्चों ने प्राइवेट से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है. मोहल्ला क्लीनिक के अपने मॉडल से लोगों को मुफ्त में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाया जा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से आयोजित शिखर सम्मेलन 'वर्ल्ड असेंबली' में आतिशी ने बताया कि सात सालों में दिल्ली सरकार का बजट 30 हजार करोड़ से बढ़कर 75 हजार करोड़ रुपये हो गया और दिल्ली की जीडीपी में 150 फीसद का इजाफा हुआ है. आज दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय देश के प्रति व्यक्ति आय का तीन गुणा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए काम सरकार की राजनीतिक इच्छा शक्ति है, जो अच्छी तरह से डिजाइन की गई नीतियों और उसे बेहतर ढंग से लागू कर लोगों तक पहुंचाने का परिणाम है.

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायक आतिशी द्वारा शिखर सम्मेलन को संबोधित करने पर ट्वीट कर उन्हें बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'शाबाश आतिशी! यह बेहद गौरवांवित करने वाला पल है. इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिल्ली और देश के लोगों की भावनाओं समेत देश के सामर्थ्य से पूरे विश्व को अवगत कराने पर बहुत-बहुत बधाई. देश इसी तरह की प्रगतिशील सोच चाहता है. वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर विधायक आतिशी को बधाई दी और कहा 'आतिशी ने संयुक्त राष्ट्र में बताया कि कैसे सस्टेनेबल सिटीज के निर्माण में अरविंद केजरीवाल मॉडल मदद कर सकता है?'

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