पुणे : जिले के पिरंगुट में सोमवार दोपहर एक केमिकल कंपनी में आग लग गई. इसमें 18 लोग मारे गए हैं. आशंका है कि कुछ कर्मचारी अभी भी कंपनी में फंसे हुए हैं. दमकल की छह गाड़ियों को मौके पर भेजा गया है. राहत और बचाव कार्य जारी है. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने हादसे में श्रमिकों की मौत होने की घटना पर दुख जताया. वहीं हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति पीएम मोदी ने संवेदना व्यक्त की है.
नायडू के हवाले से उप राष्ट्रपति सचिवालय ने ट्वीट किया, 'पुणे की एक फैक्ट्री में आग लगने से लोगों की मौत की खबर सुनकर दुखी हूं. शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.'
पीएम मोदी ने हादसे के पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मुआवजे का एलान किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी ट्वीट में लिखा गया है कि मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
पुणे आग हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए पीएम राहत कोष से ही 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
मृतकों की पहचान कर ली गई है. मृतकों में अधिकतर महिलाएं हैं. ईटीवी भारत संवाददाता को प्राप्त फैक्ट्री में मौजूद लोगों की सूची के मुताबिक कुछ कर्मी अवकाश पर थे.
मृतकों की सूची
1)अर्चना कावड़े
2) सचिन घोडके
3) संगीता गोंडे
4) मंगल मार्गले
5) सुरेखा तुपे
6) सुमन थेबे
7) सुनीता साठे
8) संगीता पोलेकर
9) माधुरी अंबारे
१०) मंडा कुलाती
11) अतुल साठे
12) त्रिशाला जाधवी
13) सीमा बोराडे
14) गीता दिवाडकरी
15) शीतल खोपकर
16) सारिका कुदाले
17) संगीता पोलेकर
इससे पहले पीएमआरडीए (पुणे महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण) के अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एसवीएस एक्वा टेक्नोलॉजीज के संयंत्र में लगी आग पर काबू के लिए कम से कम छह दमकल वाहन भेजे गए.
यह भी पढे़ं- सीरम आग हादसा : ₹ 25-25 लाख मुआवजा देगी कंपनी, सरकार ने दिए जांच के आदेश
अधिकारियों ने बताया कि आग एसवीएस एक्वा टेक्नोलॉजीज के संयंत्र में लगी जिसमें क्लोरीन डायऑक्साइड का उत्पादन होता है. यह संयंत्र पुणे शहर के पास मुलशी तहसील के पीरागुंट इलाके में स्थित है. मुलशी संभाग के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट संदेश शिरके ने कहा कि अभी तक 18 शव बरामद किए गए हैं. अंधेरे और आग लगने से पैदा हुई गर्मी के कारण हमने तलाशी अभियान बंद कर दिया है.
पीएमआरडीए (पुणे महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण) के मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र पोटफोडे ने कहा कि संयंत्र में लगी आग पर काबू के लिए छह से सात दमकल वाहन भेजे गए और आग पर काबू पा लिया गया है तथा लापता कर्मियों की तलाश की जा रही है.
आग लगने के कारण के बारे में पूछे जाने पर पोटफोडे ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों के अनुसार परिसर में प्लास्टिक सामग्री की पैकिंग किए जाने के क्रम में आग लगी. उन्होंने कहा कि पैकेजिंग हिस्से में कुछ चिंगारी के कारण आग लगी और चारों ओर प्लास्टिक होने के कारण यह तेजी से फैल गई.
पुणे जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ अभिनव देशमुख ने कहा कि संयंत्र में जल शोधन के लिए क्लोरीन डाइऑक्साइड का उत्पादन होता है.
(एक्सट्रा इनपुट-पीटीआई भाषा)