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राजस्थान में 9वीं की छात्रा ने बच्चे को दिया जन्म, बाल कल्याण समिति ने दर्ज कराई रिपोर्ट - Rajasthan hindi news

महात्मा गांधी अस्पताल बांसवाड़ा में 9वीं कक्षा की छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया है. बालिका शनिवार को अपनी मां के साथ पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल आई थी. बच्चे के जन्म के बाद बाल कल्याण समिति ने पीड़िता से बात कर थाने में मामले दर्ज कराया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.

9th class student gave birth to a child, child welfare committee
9वीं की छात्रा ने बच्चे को दिया जन्म.
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Published : Aug 21, 2022, 5:57 PM IST

बांसवाड़ा. जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में शनिवार को भर्ती कराई गई एक 9वीं की छात्रा ने रात में ऑपरेशन के बाद एक बच्चे को जन्म (9th class student gave birth to a child) दिया है. पीड़ित बालिका से बातचीत के बाद बाल कल्याण समिति ने सदर थाने में रिपोर्ट दी है जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

सदर थाना क्षेत्र की एक बालिका को उसकी मां शनिवार को महात्मा गांधी अस्पताल बांसवाड़ा लेकर आई और बताया कि उसको गैस की प्रॉब्लम हो रही है और पेट में दर्द है. अस्पताल के डॉक्टर ने जांच की तो पता चला कि वह 7 से 8 माह की गर्भवती है. डॉक्टरों से सूचना मिलने के बाद पुलिस औऱ प्रशासन भी सक्रिय हो गया.

राजस्थान में 9वीं की छात्रा ने बच्चे को दिया जन्म.

पढ़ें. बांसवाड़ा में पेट दर्द का इलाज कराने गई 9वीं की छात्रा निकली गर्भवती

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप रोकड़िया ने बताया कि (child welfare committee) काउंसलर के जरिए हमने पीड़ित बालिका और उसकी मां से बात की है. मामले को लेकर हमने गहनता से बालिका को समझाया है कि उसके भविष्य के लिए आरोपी के बारे में जानकारी करना बहुत जरूरी है. इसके बाद पीड़िता ने विजय नाम के एक शख्स का नाम लिया है जो खमेरा का बताया गया है. इस मामले में हम ने सदर थाने को रिपोर्ट दी है. पुलिस ने तत्काल प्रकरण दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

देर रात ऑपरेशन के बाद हुआ स्वस्थ शिशु
महात्मा गांधी अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. दिव्या पाठक ने बताया कि बालिका के 37 से 38 सप्ताह का गर्भ था. परिस्थिति को देखते हुए ऑपरेशन के बाद नाबालिग ने (minor gave birth to child in Bansawara) एक बच्चे को जन्म दिया है. फिलहाल बच्चा गहन चिकित्सा इकाई में है.

सीडब्ल्यूसी की निगरानी में छात्रा का बच्चा
बाल कल्याण समिति यानी सीडब्ल्यूसी की निगरानी में ही फिलहाल नवजात शिशु रहेगा क्योंकि पीड़ित परिवार ने बच्चे को अपनाने से इनकार कर दिया है. इस मामले को लेकर एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही टीम गठित कर दी गई है. बालिका से पूछताछ भी की जाएगी जो विशेषज्ञ और महिला पुलिस करेगी. जरूरत पड़ी तो सीडब्ल्यूसी की काउंसलर से भी मदद ली जाएगी. पुलिस टीम ने आरोपी की तलाश में दबिश दी थी लेकिन वह फरार है. उसकी तलाश की जा रही है.

बांसवाड़ा. जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में शनिवार को भर्ती कराई गई एक 9वीं की छात्रा ने रात में ऑपरेशन के बाद एक बच्चे को जन्म (9th class student gave birth to a child) दिया है. पीड़ित बालिका से बातचीत के बाद बाल कल्याण समिति ने सदर थाने में रिपोर्ट दी है जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

सदर थाना क्षेत्र की एक बालिका को उसकी मां शनिवार को महात्मा गांधी अस्पताल बांसवाड़ा लेकर आई और बताया कि उसको गैस की प्रॉब्लम हो रही है और पेट में दर्द है. अस्पताल के डॉक्टर ने जांच की तो पता चला कि वह 7 से 8 माह की गर्भवती है. डॉक्टरों से सूचना मिलने के बाद पुलिस औऱ प्रशासन भी सक्रिय हो गया.

राजस्थान में 9वीं की छात्रा ने बच्चे को दिया जन्म.

पढ़ें. बांसवाड़ा में पेट दर्द का इलाज कराने गई 9वीं की छात्रा निकली गर्भवती

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप रोकड़िया ने बताया कि (child welfare committee) काउंसलर के जरिए हमने पीड़ित बालिका और उसकी मां से बात की है. मामले को लेकर हमने गहनता से बालिका को समझाया है कि उसके भविष्य के लिए आरोपी के बारे में जानकारी करना बहुत जरूरी है. इसके बाद पीड़िता ने विजय नाम के एक शख्स का नाम लिया है जो खमेरा का बताया गया है. इस मामले में हम ने सदर थाने को रिपोर्ट दी है. पुलिस ने तत्काल प्रकरण दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

देर रात ऑपरेशन के बाद हुआ स्वस्थ शिशु
महात्मा गांधी अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. दिव्या पाठक ने बताया कि बालिका के 37 से 38 सप्ताह का गर्भ था. परिस्थिति को देखते हुए ऑपरेशन के बाद नाबालिग ने (minor gave birth to child in Bansawara) एक बच्चे को जन्म दिया है. फिलहाल बच्चा गहन चिकित्सा इकाई में है.

सीडब्ल्यूसी की निगरानी में छात्रा का बच्चा
बाल कल्याण समिति यानी सीडब्ल्यूसी की निगरानी में ही फिलहाल नवजात शिशु रहेगा क्योंकि पीड़ित परिवार ने बच्चे को अपनाने से इनकार कर दिया है. इस मामले को लेकर एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही टीम गठित कर दी गई है. बालिका से पूछताछ भी की जाएगी जो विशेषज्ञ और महिला पुलिस करेगी. जरूरत पड़ी तो सीडब्ल्यूसी की काउंसलर से भी मदद ली जाएगी. पुलिस टीम ने आरोपी की तलाश में दबिश दी थी लेकिन वह फरार है. उसकी तलाश की जा रही है.

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