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92 वर्षीय बुजुर्ग समेत परिवार के छह सदस्याें ने जीती काेराेना से जंग - छह सदस्याें ने दी काेराेना काे मात

भागलपुर के आदमपुर के रहने वाले एक ही परिवार के 6 सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गये थे. लेकिन सभी ने आत्मबल के बदौलत इस महामारी को मात दी. पढ़ें पूरी खबर...

विपिन कुमार चौधरी
विपिन कुमार चौधरी
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Published : May 14, 2021, 12:25 PM IST

Updated : May 14, 2021, 1:18 PM IST

भागलपुर : कहते हैं कि बड़ी से बड़ी लड़ाई भी लोग आत्मबल और हौसले से जीत सकते हैं. भागलपुर के आदमपुर के एक परिवार ने ऐसी ही मिसाल पेश की है. इस घर के कुल 6 सदस्य कोरोना संक्रमित हो गये थे. अपने बुलंद हौसले के बल सभी बिना अस्पताल में भर्ती हुए कोरोना को मात देने में सफल रहे. दिलचस्प बात यह है कि पूरे परिवार को हौसला देने वाले दादा-दादी भी कोरोना संक्रमित हो गये थे. उनकी उम्र क्रमश 92 साल और 75 साल है.

बुजुर्ग ने दिया घर को हौसला
कोरोना पर जीत हासिल करने वाले इस परिवार के मुखिया 92 वर्षीय विपिन कुमार चौधरी हैं. जो खुद भी कोरोना से संक्रमित थे. मनोबल से कोरोना से जंग जीत कर एक बार फिर यह परिवार हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है.

बुजुर्ग के साथ परिवार के छह सदस्याें ने दी काेराेना काे मात

इस उम्र में जब कोरोना ने अपनी चपेट में लिया तो उन्हें एक पल भी ऐसा नहीं लगा कि वे कोरोना से जंग हार जाएंगे. उन्होंने घर में रहते हुए कोरोना से बचाव के सभी उपाय किये और बगैर अस्पताल में भर्ती हुए जीत लिया. साथ ही परिवार के अन्य लोगों का हौसला बढ़ाया. किसी के धैर्य और आत्मबल को कमजोर नहीं पड़ने दिया.

कोरोना जांच रिपोर्ट आयी पॉजिटिव
ईटीवी भारत से 92 वर्षीय विपिन चौधरी ने बताया कि जब वे सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित हुए तो परिवार वालों ने कोरोना जांच कराई. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को क्वारंटीन कर लिया. हालांकि, उनके बेटे और परिवार वाले उनकी सेहत पर लगातार नजर रखे हुए थे. उन्होंने कहा कि नियमित दिनचर्या का पालन किया. जो दवाइयां डॉक्टरों द्वारा लिखी गई थीं, उनका नियमित सेवन किया. बताये गये सभी उपायों को किया जिसके बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हो गये.

'एक समय तो हम लोग घबरा गए थे'
उनके बेटे सुधीर चौधरी ने कहा कि जब पिताजी जी कोरोना पॉजिटिव पाये गये तो हम सब घबरा गए थे. लेकिन पिताजी ने ही हम लोगों को संभाला. उन्होंने कहा कि उन्हें कोरोना नहीं हुआ है. वे 14 दिनों तक परिवार से अलग रहे. पिताजी को पहले से ही चेस्ट में समस्या थी. उनका ऑपरेशन भी हुआ था. लेकिन पिताजी ने अपने मनोबल से कोरोना को हरा दिया.

यह भी पढ़ें: गुमशुदगी का पोस्टर लगने के बाद गया पहुंचे प्रेम कुमार, कहा- खुश हूं कि विरोधी भी हमें खोजते हैं

कोरोना जांच में 6 लोग पॉजिटिव निकले
सुधीर ने कहा कि पिताजी के पॉजिटिव आने के बाद परिवार के सभी सदस्यों का कोरोना जांच कराया. घर के छह सदस्य पॉजिटिव निकले. जिसमें से 75 वर्षीय मां जानकी देवी भी शामिल थीं. इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने खुद को क्वारंटीन कर लिया. आज सभी कोरोना को मात देकर स्वस्थ हैं. सुधीर ने कहा कि पिताजी का न तो ऑक्सीजन लेवल कम हुआ और न ही उन्होंने हमारे आत्मबल में कमी आने दी.

यह भी पढ़ें: राहत: PMCH से एक साथ डिस्चार्ज हुए 10 मरीज, अधीक्षक ने गुलाब देकर विदा किया

बता दें कि 92 वर्षीय विपिन कुमार चौधरी भागलपुर मेन ब्रांच से डिप्टी हेड चेयर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उनके घर में पत्नी जानकी देवी, पुत्र सुधीर चौधरी, पुत्रवधू अनुपमा दुबे, पुत्र समीर चौधरी और पोता आशीष कुमार पॉजिटिव हुए थे.

यह भी पढ़ें:कर्नाटक : स्वतंत्रता सेनानी ने 104 साल की उम्र में जीती कोरोना से जंग

भागलपुर : कहते हैं कि बड़ी से बड़ी लड़ाई भी लोग आत्मबल और हौसले से जीत सकते हैं. भागलपुर के आदमपुर के एक परिवार ने ऐसी ही मिसाल पेश की है. इस घर के कुल 6 सदस्य कोरोना संक्रमित हो गये थे. अपने बुलंद हौसले के बल सभी बिना अस्पताल में भर्ती हुए कोरोना को मात देने में सफल रहे. दिलचस्प बात यह है कि पूरे परिवार को हौसला देने वाले दादा-दादी भी कोरोना संक्रमित हो गये थे. उनकी उम्र क्रमश 92 साल और 75 साल है.

बुजुर्ग ने दिया घर को हौसला
कोरोना पर जीत हासिल करने वाले इस परिवार के मुखिया 92 वर्षीय विपिन कुमार चौधरी हैं. जो खुद भी कोरोना से संक्रमित थे. मनोबल से कोरोना से जंग जीत कर एक बार फिर यह परिवार हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है.

बुजुर्ग के साथ परिवार के छह सदस्याें ने दी काेराेना काे मात

इस उम्र में जब कोरोना ने अपनी चपेट में लिया तो उन्हें एक पल भी ऐसा नहीं लगा कि वे कोरोना से जंग हार जाएंगे. उन्होंने घर में रहते हुए कोरोना से बचाव के सभी उपाय किये और बगैर अस्पताल में भर्ती हुए जीत लिया. साथ ही परिवार के अन्य लोगों का हौसला बढ़ाया. किसी के धैर्य और आत्मबल को कमजोर नहीं पड़ने दिया.

कोरोना जांच रिपोर्ट आयी पॉजिटिव
ईटीवी भारत से 92 वर्षीय विपिन चौधरी ने बताया कि जब वे सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित हुए तो परिवार वालों ने कोरोना जांच कराई. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को क्वारंटीन कर लिया. हालांकि, उनके बेटे और परिवार वाले उनकी सेहत पर लगातार नजर रखे हुए थे. उन्होंने कहा कि नियमित दिनचर्या का पालन किया. जो दवाइयां डॉक्टरों द्वारा लिखी गई थीं, उनका नियमित सेवन किया. बताये गये सभी उपायों को किया जिसके बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हो गये.

'एक समय तो हम लोग घबरा गए थे'
उनके बेटे सुधीर चौधरी ने कहा कि जब पिताजी जी कोरोना पॉजिटिव पाये गये तो हम सब घबरा गए थे. लेकिन पिताजी ने ही हम लोगों को संभाला. उन्होंने कहा कि उन्हें कोरोना नहीं हुआ है. वे 14 दिनों तक परिवार से अलग रहे. पिताजी को पहले से ही चेस्ट में समस्या थी. उनका ऑपरेशन भी हुआ था. लेकिन पिताजी ने अपने मनोबल से कोरोना को हरा दिया.

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कोरोना जांच में 6 लोग पॉजिटिव निकले
सुधीर ने कहा कि पिताजी के पॉजिटिव आने के बाद परिवार के सभी सदस्यों का कोरोना जांच कराया. घर के छह सदस्य पॉजिटिव निकले. जिसमें से 75 वर्षीय मां जानकी देवी भी शामिल थीं. इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने खुद को क्वारंटीन कर लिया. आज सभी कोरोना को मात देकर स्वस्थ हैं. सुधीर ने कहा कि पिताजी का न तो ऑक्सीजन लेवल कम हुआ और न ही उन्होंने हमारे आत्मबल में कमी आने दी.

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बता दें कि 92 वर्षीय विपिन कुमार चौधरी भागलपुर मेन ब्रांच से डिप्टी हेड चेयर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उनके घर में पत्नी जानकी देवी, पुत्र सुधीर चौधरी, पुत्रवधू अनुपमा दुबे, पुत्र समीर चौधरी और पोता आशीष कुमार पॉजिटिव हुए थे.

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Last Updated : May 14, 2021, 1:18 PM IST
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