पुणे : महाराष्ट्र के पुणे शहर में रहने वाली 90 साल की रीना वर्मा जुलाई में पाकिस्तान जाने वाली हैं. पाकिस्तान सरकार ने उन्हें 90 दिनों के लिए टूरिस्ट वीजा दिया है. पाकिस्तान टूर के दौरान रीना रावलपिंडी के प्रेम स्ट्रीट जाएंगी, जिसे वह बंटवारे के समय छोड़कर भारत आ गईं थीं. अपने खानदानी घर को देखने के लिए रीना वर्मा को 75 साल तक इंतजार करना पड़ा. आजादी के बाद जब रीना के परिवार को पलायन करना पड़ा था, तब वह महज 15 साल की थी. पाकिस्तान से आने के बाद रीना वर्मा और उनके परिवार ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में शरण ली थी.
दो साल पहले कोरोना के दौरान जब लॉकडाउन लगा, तब पुणे में रहने वाली रीना वर्मा ने फेसबुक पर अपनी बचपन की यादें साझा करनी शुरू कर दी. वह अक्सर पाकिस्तान में अपने पुराने घर और उससे जुड़ीं कहानियां शेयर करती थीं. इसी दौरान उन्होंने पाकिस्तान के रावलपिंडी जाने की ख्वाहिश जाहिर की. रावलपिंडी के प्रेम स्ट्रीट में उनका खानदानी घर था. इस मकान को उनके पिता ने बंटवारे से पहले बनवाया था. रीना वर्मा की बेटी सोनाली ने उनकी इच्छा पूरी करने के लिए पिछले साल पाकिस्तानी एंबेसी में वीजा के लिए एप्लिकेशन दिया, मगर उनका आवेदन खारिज कर दिया गया. रीना वर्मा ने यह आपबीती भी फेसबुक पर अपने दोस्तों के साथ साझा कर दी.
सोशल मीडिया पर रीना की कहानी एक पाकिस्तानी पत्रकार सज्जाद ने पढ़ी. उन्होंने इस बारे में रीना से बातचीत की. उन्होंने रावलपिंडी में रीना का पुराना घर भी ढूंढ निकाला और उसके फोटो-वीडियोज भेजे. थोड़े दिन बाद पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हीना रब्बानी खार ने वह वीडियो देखा और उन्होंने वीजा को मंजूरी दे दी. अब रीना उसी पाकिस्तानी जर्नलिस्ट की मदद से पाकिस्तान में अपने घर भी जाएंगी.
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