देहरादून: उत्तराखंड के तीन जिलों पौड़ी, टिहरी और देहरादून में आफत की बारिश ने जमकर भारी तबाही (Rain wreaks havoc in Uttarakhand) मचाई है. इस आफत की बारिश ने ना सिर्फ कई जिंदगियां छीन ली. बल्कि सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं. तीनों जिलों में अलग-अलग क्षेत्रों में बादल फटने से नदी व बरसाती नाले उफान पर हैं. मलबे की चपेट में आकर अभी तक सात लोगों की मौत (6 died in debris in Uttarakhand) हो गई है, जबकि 13 लोग लापता हैं. इसके साथ ही 12 लोग घायल भी हो गए हैं. इस घटना में 42 पशुओं की मौत भी हुई है.
भारी बरसात में देहरादून में एक मोटर पुल भी टूट (Motor bridge broke down in Dehradun due to rain) गया है. प्रभावित जिलों में 50 से अधिक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बड़े पैमाने पर कृषि भूमि का कटाव हुआ है. इन तीनो जिलों में हुई भारी बारिश के चलते 263 सड़कें बंद हो गई है. जिसमें 105 पीडब्लूडी, 13 स्टेट हाईवे, 144 पीएमजीएसवाई के साथ ही एक एनएच सड़क बंद हुई है. हालांकि, अभी भी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीम राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई है.
पढ़ें- उत्तराखंड में बादलफाड़ मुसीबत, सड़क से लेकर कस्बे तक डूबे, कहीं मकान ढहे तो कहीं गाड़ियां बहीं
बारिश का सबसे अधिक असर देहरादून और नई टिहरी के सीमा क्षेत्र मालदेवता में रहा. यहां बादल फटने जैसे हालात थे. मालदेवता, सरखेत, तिमली, भैंसवाड़ा, मानसिंहवाला, सेरकी, छमरोली में कई मकान मलबे से पट गए. जिले में सात लोग लापता हो गए हैं, जबकि 12 लोगो के घायल होने की खबर है. इस दौरान कई इलाकों में बिजली व पानी की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं. कुमाऊं में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. कई जगह मार्ग बंद हो गए. कहीं पुल क्षतिग्रस्त हुए तो कहीं मकान गिर गए हैं.