कुलगाम (जम्मू कश्मीर) : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने भारत की पाकिस्तान से तुलना करते हुए कहा कि पाकिस्तान में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. वहां इस गुनाह के दोषियों को फांसी और उम्र कैद की सजा सुनाई गई लेकिन, भारत में ऐसा नहीं होता. साल 2015 से भारत में कई लोगों को मार डाला गया लेकिन उनके दोषियों को माला पहनाकर स्वागत किया जाता है.
बुधवार को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार पर लिंचिंग के दोषियों को पनाह देने और देश में सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया. मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान और भारत की सरकार में यही अंतर है. आतंकपरस्त देश पाकिस्तान की तारीफ करते हुए मुफ्ती ने कहा पाकिस्तान में लिंचिंग समेत तमाम कुकृत्यों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. लिंचिंग के दोषियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाती है लेकिन, साल 2015 के बाद (केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद) कई अखलाकों को यहां (भारत) मार डाला गया है. इस गुनाह के दोषियों को माला पहनाई जाती है, लेकिन दंडित नहीं किया जाता है.
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि पाकिस्तान की न्यायपालिका और यहां की न्यायपालिका में यही अंतर है. गौरतलब है कि 28 सितंबर 2015 में ग्रेटर नोएडा में अखलाक नाम के एक शख्स को भीड़ ने इसलिए मौत के घाट उतार दिया था क्योंकि भीड़ को शक था कि उसने अपने घर में गोवंश पकाकर खाया है. इस केस में 24 दिसंबर 2015 को नोएडा पुलिस ने हत्याकांड के 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है तो ऐसे में हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा, मुस्लिमों को मरवाना, मस्जिदों पर कब्ज़ा करना रह गया है. मैं इनसे कहती हूं कि अगर आपके पास हिटलर की तरह कोई नुस्खा है तो बता दो कि आप मुसलमानों के साथ क्या करना चाहते हो. उन्होंने कहा कि इनके पास नौजवानों को नौकरी देने के लिए नहीं है, वहीं महंगाई बढ़ती जा रही है. पीडीपी नेता ने कहा कि पहले कहा गया था जम्मू कश्मीर में धारा 370 को खत्म कर देने के बाद यहां पर शांति हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब तक जनरल पॉलिसी को केंद्र सरकार नहीं बदलेगी तब तक जम्मू कश्मीर में शांति नहीं हो पाएगी.
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