नई दिल्ली : सरकारी एजेंसियों के तमाम वादों के बाद भी डेंगू (dengue in Delhi) का कहर बदस्तूर जारी है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सिंघोला गांव के लगभग 200 लोग डेंगू बीमारी से जूझ रहे हैं. यहां हर घर में दो-चार लोग डेंगू बीमारी से ग्रस्त हैं. इसके बाद भी यहां न तो निगम द्वारा दवाई का छिड़काव होता है और न ही फॉगिंग की जाती है. ग्रामीणों का आरोप है कि सिरका कंपनी के फ्लैटों के अंदर जमे पानी में मच्छर पनप रहे हैं. कई बार इस समस्या की शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट डेंगू के खिलाफ एक मुहिम चलाई है. जिसके तहत हर रविवार को सुबह 10 बजे हर व्यक्ति को अपने घर में रुके हुए पानी को साफ करने की सलाह दी जाती है, ताकि हर परिवार डेंगू बीमारी से बचे, लेकिन बाहरी दिल्ली के सिंघोला गांव में ये मुहिम नाकाम (dengue in Singhola village) साबित हो रही है. सिंघोला गांव के ग्रामीणों के मुताबिक, ये बीमारी 40 प्रतिशत लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुकी है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने नगर निगम के नरेला जोन व सिविक सेंटर भी इस समस्या के बारे में अवगत कराया और शिकायत व पत्राचार किए, लेकिन नगर निगम की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
इस गांव के पास सिरका कंपनी द्वारा बड़ी-बड़ी इमारतें बनाई जा रही हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सबसे ज्यादा डेंगू मच्छर फ्लैटों के अंदर इकट्ठे हुए पानी में पैदा हो रहे हैं, जिसके शिकार ग्रामीण हो रहे हैं. सिरका कंपनी द्वारा बन रहे फ्लैटों में कभी भी नगर निगम के अधिकारी किसी प्रकार की कोई भी चेकिंग करने नहीं जाते हैं.
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