नई दिल्ली: महिलाओं के स्वास्थ्य और मासिक धर्म स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए गांवों में महिलाओं को जन औषधि केंद्रों के माध्यम से 35 करोड़ सेनेटरी पैड उपलब्ध कराए जाते हैं. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को पिछले 9 वर्षों से अधिक समय में महिलाओं के कल्याण और विकास और कल्याण के बारे में मीडिया को जानकारी दी.
यहां दिल्ली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'पीएम मोदी ने जन औषधि केंद्र के माध्यम से गांवों में महिलाओं को 35 करोड़ से अधिक सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए. 2014 में गांवों में सैनिटरी पैड की पहुंच 11 से12 फीसदी थी. अब यह बढ़कर 45प्रतिशत हो गया है.' उन्होंने कहा कि देश के विकास में योगदान देने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है.
सिकल सेल एनीमिया के मुद्दे पर मंडाविया ने कहा, 'सिकल सेल एनीमिया देश के 210 से अधिक आदिवासी जिलों में देखा जा सकता है. सिकल सेल से पीड़ित व्यक्ति की स्क्रीनिंग करना, पहचान करना और कार्ड वितरित करना महत्वपूर्ण है.' यह सुनिश्चित करने के लिए तीन प्रकार के कार्ड वितरित किए जा रहे हैं कि कौन सिकल सेल से पीड़ित है, कौन वाहक है और किसे इससे छुटकारा मिला है.
इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार भारत में महिलाओं के लिए मासिक धर्म अवकाश की सुविधा शुरू करने के लिए कोई पहल कर रही है, तो मंडाविया ने कहा कि चर्चा चल रही है और जल्द ही आईसीएमआर और मंत्रालय के बीच निर्णय लिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'महिलाओं के सशक्तिकरण से देश का विकास होता है.
पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा, उनकी आजीविका और प्रगति को लेकर काम किया है.' उन्होंने दोहराया कि सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उन्हें समान अवसर देने की दिशा में काम किया है. मंडाविया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमने देश में बेहतर लिंग अनुपात बनाए रखने पर भी ध्यान केंद्रित किया है.'