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Snow Leopard: लाहौल स्पीति में सड़क पर दौड़ते दिखे तीन स्नो लेपर्ड, युवक ने कैमरे में कैद की तस्वीरें

लाहौल घाटी में तीन स्नो लेपर्ड हाइवे पर घूमते हुए नजर आए हैं. जिनका वीडियो केलांग के एक युवक ने कैमरे में कैद किया है.पहले भी यहां स्नो लेपर्ड को घूमते हुए लोगों ने देखा है. (snow leopards seen in Lahaul Spiti)(Snow Leopard in Himachal)(Lahaul Spiti Snow Leopard)

Lahaul Spiti Snow Leopard
Lahaul Spiti Snow Leopard
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Published : Jan 27, 2023, 3:11 PM IST

लाहौल स्पीति में सड़क पर दौड़ते दिखे तीन स्नो लेपर्ड.

लाहौल स्पीति/कुल्लू: लाहौल स्पीति में मनाली-लेह हाईवे पर तीन स्नो लेपर्ड घूमते हुए दिखाई दिए. केलांग में रहने वाले सोनम जंगपो ने स्नो लेपर्ड की तस्वीरे कैमरे में कैद की हैं. जिसमें स्नोलेपर्ड के 3 शावक मुलिंग पुल के पास घूमते हुए देखे गए. वीडियो में ये तीनो शावक सड़क के बीचों बीच दौड़ते नजर आ रहे हैं. लाहौल स्पीति में इन दिन बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है.

अचानक गाड़ी के सामने आ गए: सोनम जंगपो ने बताया वह रात के समय टैक्सी में मनाली से केलांग आ रहे थे. अचानक उनकी कार के सामने 3 स्नो लेपर्ड आ गए, उन्होंने उनकी वीडियो बना ली. कार की लाइट पड़ते ही तीनो स्नो लेपर्ड सड़क पर भागने लगने और कुछ देर बाद ही बर्फ और अंधेरे में ओझल हो गए. उन्होंने बताया कि अक्सर मुलिंग पुल और छुरपुक पेट्रोल पंप के बीच स्नो लेपर्ड दिखाई देते हैं.

रात को सावधानी बरतना आवश्यक: सोनम ने बताया रात के समय यहां आने वाले लोगों को सावधानी बरतनी जरूरी है. इससे पहले भी मुलिंग पुल व छुरपुक पेट्रोल पंप के पास स्नो लेपर्ड दिखाई दिए हैं. वहीं, लाहौल घाटी का वातावरण स्नो लेपर्ड के लिए बेहतरीन शरण स्थली साबित हो रहा है. इससे पहले भी स्पीति घाटी में स्नो लेपर्ड के शावक और स्नो लेपर्ड स्थानीय लोगों ने कैमरे में कैद किया है. वैसे वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का शौक रखने वालों के लिए अच्छा संकेत है. इससे यहां वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.

हिमाचल स्नो लेपर्ड का घर: स्नो लेपर्ड हिमाचल का राजकीय पशु है और जो बर्फीली चोटियों पर रहते हैं. वैसे तो स्नो लेपर्ड काफी कम नजर आते हैं लेकिन इन दिनों हिमाचल में बर्फबारी हो रही है और चंबा से लेकर लाहौल स्पीति तक हर ओर बर्फ ही बर्फ है. इसलिए स्नो लेपर्ड नजर आ जाते हैं. चंबा, लाहौल या किन्नौर जैसे बर्फीले पहाड़ इनका प्राकृतिक आवास है. जानकारी के मुताबिक हिमाचल में स्नो लेपर्ड करीब 23 हजार वर्ग किमी में विचरण करते मिले हैं. इनमें धौलाधार, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति का क्षेत्र मुख्य तौर पर आता है.

स्नो तेंदुए की गणना कैमरा ट्रैप के माध्यम से की जाती है. वहीं, हिमाचल बर्फानी तेंदुओं का संरक्षण और उनके मूल्यांकन की प्रक्रिया करने वाला देश का पहला राज्य है. जानकारी के मुताबिक हिमाचल में 73 बर्फानी तेंदुओं का पता चल चुका है, लेकिन यह आंकड़ा ज्यादा होने से इंकार नहीं किया जा सकता. इनमें से सबसे ज्यादा लाहौल स्पीति में है, जो सर्दियों में बर्फ के रेगिस्तान में तब्दील हो जाता है.

ये भी पढ़ें: स्पीति वैली के चिचिम में नजर आया स्नो लेपर्ड, घाटी में फल फूल रहा बर्फानी तेंदुओं का जीवन

लाहौल स्पीति में सड़क पर दौड़ते दिखे तीन स्नो लेपर्ड.

लाहौल स्पीति/कुल्लू: लाहौल स्पीति में मनाली-लेह हाईवे पर तीन स्नो लेपर्ड घूमते हुए दिखाई दिए. केलांग में रहने वाले सोनम जंगपो ने स्नो लेपर्ड की तस्वीरे कैमरे में कैद की हैं. जिसमें स्नोलेपर्ड के 3 शावक मुलिंग पुल के पास घूमते हुए देखे गए. वीडियो में ये तीनो शावक सड़क के बीचों बीच दौड़ते नजर आ रहे हैं. लाहौल स्पीति में इन दिन बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है.

अचानक गाड़ी के सामने आ गए: सोनम जंगपो ने बताया वह रात के समय टैक्सी में मनाली से केलांग आ रहे थे. अचानक उनकी कार के सामने 3 स्नो लेपर्ड आ गए, उन्होंने उनकी वीडियो बना ली. कार की लाइट पड़ते ही तीनो स्नो लेपर्ड सड़क पर भागने लगने और कुछ देर बाद ही बर्फ और अंधेरे में ओझल हो गए. उन्होंने बताया कि अक्सर मुलिंग पुल और छुरपुक पेट्रोल पंप के बीच स्नो लेपर्ड दिखाई देते हैं.

रात को सावधानी बरतना आवश्यक: सोनम ने बताया रात के समय यहां आने वाले लोगों को सावधानी बरतनी जरूरी है. इससे पहले भी मुलिंग पुल व छुरपुक पेट्रोल पंप के पास स्नो लेपर्ड दिखाई दिए हैं. वहीं, लाहौल घाटी का वातावरण स्नो लेपर्ड के लिए बेहतरीन शरण स्थली साबित हो रहा है. इससे पहले भी स्पीति घाटी में स्नो लेपर्ड के शावक और स्नो लेपर्ड स्थानीय लोगों ने कैमरे में कैद किया है. वैसे वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का शौक रखने वालों के लिए अच्छा संकेत है. इससे यहां वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.

हिमाचल स्नो लेपर्ड का घर: स्नो लेपर्ड हिमाचल का राजकीय पशु है और जो बर्फीली चोटियों पर रहते हैं. वैसे तो स्नो लेपर्ड काफी कम नजर आते हैं लेकिन इन दिनों हिमाचल में बर्फबारी हो रही है और चंबा से लेकर लाहौल स्पीति तक हर ओर बर्फ ही बर्फ है. इसलिए स्नो लेपर्ड नजर आ जाते हैं. चंबा, लाहौल या किन्नौर जैसे बर्फीले पहाड़ इनका प्राकृतिक आवास है. जानकारी के मुताबिक हिमाचल में स्नो लेपर्ड करीब 23 हजार वर्ग किमी में विचरण करते मिले हैं. इनमें धौलाधार, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति का क्षेत्र मुख्य तौर पर आता है.

स्नो तेंदुए की गणना कैमरा ट्रैप के माध्यम से की जाती है. वहीं, हिमाचल बर्फानी तेंदुओं का संरक्षण और उनके मूल्यांकन की प्रक्रिया करने वाला देश का पहला राज्य है. जानकारी के मुताबिक हिमाचल में 73 बर्फानी तेंदुओं का पता चल चुका है, लेकिन यह आंकड़ा ज्यादा होने से इंकार नहीं किया जा सकता. इनमें से सबसे ज्यादा लाहौल स्पीति में है, जो सर्दियों में बर्फ के रेगिस्तान में तब्दील हो जाता है.

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