हैदराबाद : योजना निर्माण और क्रियान्वयन के लिए प्रमाणिक सांख्यिकी (आंकड़े) काफी महत्वपूर्ण होते हैं. वैज्ञानिक तरीके से सही फार्मेट में उपलब्ध सांख्यिकी के आधार पर योजना निर्णाण के साथ लक्ष्य का आकलन संभव होता है. सांख्यिकी के क्षेत्र में जाने-माने भारतीय सांख्यिकीविद् प्रशांत चंद्र महालनोबिस काफी महत्वपूर्ण योगदान है. उनका जन्म 29 जून 1883 को हुआ था. सांख्यिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को याद करने के लिए हर साल इस दिन को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
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देश भर के लोगों के बीच सांख्यिकी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें लागू करने के लिए हर साथ राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के अवसर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस अवसर पर शैक्षणिक संस्थाओं, सरकारी कार्यालयों, एनजीओ सहित अन्य सेक्टरों में सेमिनार, वर्कशॉप सहित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है.
भारत में सांख्यिकी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. गणित के एक ब्रांच के रूप में इसकी पढ़ाई कॉलेज और विश्वविद्यालयों में होती है. भारत सरकार में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय है. इसके अधीन नेशनल सैंपल सर्वे नामक एक नोडल एजेंसी है जो देश में समय-समय पर अलग टॉपिक्स पर फील्ड सेंपल सर्वे भी करती है. अखिल भारतीय सेवा के तहत इंडियन स्टैटिक्स सर्विस है, जिसके अधिकारी सांख्यिकी को लेकर ट्रेंड रहते हैं.
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प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस (प्रो. पी.सी. महालनोबिस) जाने-माने भारतीय वैज्ञानिक और सांख्यिकीविद् थे. उन्हें महालनोबिस दूरी (Mahalanobis Distance), एक सांख्यिकीय माप) के लिए भी जाना जाता है. वे आजादी के बाद भारत के पहले योजना आयोग के सदस्य रहे हैं. उन्हें फादर ऑफ स्टैटिक्स का दर्जा प्राप्त है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 29 जून 1883 को जन्म हुआ था. 28 जून 1972 को उनका निधन हो गया.
देश में पहला राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस सन् 2007 में मनाया गया था. 5 जून 2007 को भारतीय राजपत्र में इसको लेकर नोटिफिकेशन किया गया था. इस दौरान राष्ट्रव्यापी प्रगति में प्रमाणिक आंकड़ों की भूमिका को फोकस में रखते हुए हर साल अलग-अलग थीम पर राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस की वर्षवार सूची के साथ विषय-वस्तु
- 2009 सामाजिक विकास
- 2010 बाल सांख्यिकी
- 2011 लिंग सांख्यिकी
- 2012 औद्योगिक सांख्यिकी
- 2013 श्रम और रोजगार सांख्यिकी
- 2014 सेवा क्षेत्र सांख्यिकी
- 2015 बेहतर डेटा, बेहतर जीवन
- 2016 'कृषि और किसान कल्याण
- 2017 प्रशासनिक सांख्यिकी
- 2018 आधिकारिक सांख्यिकी में गुणवत्ता आश्वासन
- 2019 सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी)
- 2020 एसडीजी- 3 (स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करना और सभी उम्र के लोगों के कल्याण को बढ़ावा देना) और एसडीजी- 5 (लैंगिक समानता हासिल करना और सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना).
- 2021 सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी)-2 (भुखमरी समाप्त करें, खाद्य सुरक्षा प्राप्त करें, पोषण में सुधार करें और सतत कृषि को बढ़ावा दें)
- 2022- सतत विकास के लिए डेटा
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