नई दिल्ली/गाजियाबाद : अफगानिस्तान में हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं. तालिबान के आतंक से बचने के लिए लोग देश छोड़ने को मजबूर हैं. भारत सरकार द्वारा लगातार अपने नागरिकों को वापस लाने की कवायद की जा रही है. ऑपरेशन 'देवी शक्ति' के तहत गुरुवार को काबुल से 24 भारतीय और 11 नेपाली लोग भारत लाए गए हैं. सभी लोगों को भारतीय वायु सेना के विमान से भारत लाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के विमान ने गुरुवार सुबह अफगानिस्तान के काबुल से उड़ान भरी थी. जोकि दोपहर तकरीबन 12:00 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस (हिंडन एयर फोर्स स्टेशन) पर लैंड हुआ. वायुसेना के विशेष विमान से भारत लाए गए लोगों को आइटीबीपी की बस द्वारा हिंडन एयर बेस से बाहर निकाला गया. अपने वतन वापस लौटने के बाद लोगों के चेहरों पर खासा खुशी दिखाई दी. वतन वापस लौटने के बाद लोगों ने भारत सरकार और भारतीय वायु सेना का शुक्रिया अदा किया.
बता दें कि पिछले हफ्ते तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद वहां फंसे अपने नागरिकों के निकासी अभियान को 'ऑपरेशन देवी शक्ति' नाम दिया गया है. वहीं, तालिबान ने काबुल पर कब्जा करने के बाद से एक समावेशी सरकार बनाने का वादा किया था, लेकिन इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर के मुताबिक अफके पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई को काबुल में नजरबंद कर दिया गया है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान के तेजी से अधिग्रहण के बाद, तालिबान अपना ध्यान देश चलाने पर केंद्रित कर रहा है. शासन को ध्यान में रखते हुए, तालिबान नेताओं ने 12 सदस्यीय परिषद बनाने का फैसला किया है. पहले ही कई मंत्रालयों के अंतरिम प्रमुख नियुक्त किए जा चुके हैं. गुल आगा को नए अंतरिम वित्त मंत्री के रूप में चुना गया है. गुल आगा, वित्त आयोग के प्रमुख भी होंगे. इनका पूरा नाम गुल आगा इशाकजई है. इंटरपोल के मुताबिक, गुल आगा तालिबान के दिवंगत संस्थापक मुल्ला उमर के बचपन के दोस्त हैं.
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