कन्नूर: मणिपुर से लगभग 23 कुकी छात्र केरल में पढ़ाई के लिए कन्नूर विश्वविद्यालय पहुंचे. 3 मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष के कारण यहां के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो गई थी.
मणिपुर के छात्र संगठनों ने केरल विश्वविद्यालय से स्टूडेंट्स की पढ़ाई जारी करवाने की अपील की थी. इसके बाद 7 जुलाई को बुलाई गई कन्नूर विश्वविद्यालय सिंडिकेट बैठक में हिंसा प्रभावित मणिपुर के छात्रों को उच्च अध्ययन के लिए विशेष सीटें आवंटित करने का निर्णय लिया गया था. उस बैठक के आधार पर छात्रों का पहला समूह कल कन्नूर पहुंचा.
कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपीनाथ रवींद्रन ने कहा कि उन्हें मणिपुर के 70 छात्रों की सूची मिली है जो कन्नूर विश्वविद्यालय में पढ़ना चाहते हैं. आने वाले दिनों में अन्य बैच आएंगे. विश्वविद्यालय अध्ययन किए जा रहे पाठ्यक्रम और केरल के पाठ्यक्रम के बीच समानता निर्धारित करने और प्रवेश प्रक्रिया के समन्वय के लिए एक विशेष समिति का गठन भी कर रहा है. समिति की अध्यक्षता रजिस्ट्रार और विश्वविद्यालय सिंडिकेट सदस्य करेंगे.
सर्टिफिकेट जमा करने में भी दी छूट : कई छात्र जिस कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं उसे जारी रखना चाहते हैं. छात्र प्रवेश को लेकर विश्वविद्यालय पहले ही पांच कॉलेजों से चर्चा कर चुका है. मणिपुर में गंभीर स्थिति के कारण, कई छात्र अपनी शैक्षणिक योग्यता साबित करने वाले दस्तावेज़ पेश करने में असमर्थ हैं. इसके चलते यूनिवर्सिटी ने कहा है कि वह कन्नूर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई पूरी होने तक सर्टिफिकेट पेश करने का समय देगी. वीसी ने कहा कि जो लोग इच्छुक हैं वे मणिपुर के छात्रों की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आगे आ सकते हैं.
मुफ्त सुविधा देने का फैसला : कॉलेजों को भोजन और आवास सहित बुनियादी सुविधाएं मुफ्त प्रदान करने के लिए कहा जाएगा. फिलहाल यूनिवर्सिटी ने मणिपुर के छात्रों को भोजन समेत पढ़ाई और रहने की सुविधा मुफ्त में देने का फैसला किया है.
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