बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के 'आरएच200' रॉकेट का बुधवार को तिरुवनंतपुरम के थुंबा तट से लगातार 200वां सफल प्रक्षेपण किया गया. इसरो ने इसे 'ऐतिहासिक पल' बताया. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ और अन्य लोग इसके गवाह बने. 'आरएच200' ने थुंबा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (टीईआरएलएस) से उड़ान भरी.
इसरो के एक बयान में कहा गया है, वैज्ञानिक समुदाय भारतीय साउंडिंग रॉकेटों का इस्तेमाल मौसम विज्ञान, खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष भौतिकी पर प्रयोग करने के लिए कर रहा है. बयान में कहा गया है, लगातार 200वीं सफल उड़ान पिछले वर्षों में प्रदर्शित भारतीय रॉकेट वैज्ञानिकों की बेजोड़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है.
अग्नि-3 मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया
वहीं, भारत ने बुधवार को ओडिशा तट के पास एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि -3 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी आर डी ओ) सूत्रों ने यह जानकारी दी. अग्नि -3 इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार यह परीक्षण ‘सामरिक बल कमान’ (एसएफसी) के तत्वावधान में किए गए नियमित प्रशिक्षण प्रक्षेपण का हिस्सा था.
बयान के अनुसार प्रक्षेपण पूर्व निर्धारित सीमा के लिए किया गया था. मिसाइल का परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा और यह विभिन्न मानकों पर खरी उतरी.
पीटीआई-भाषा