वाशिंगटन : भारत और अमेरिका के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता होने वाली है. यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने कहा कि यह बातचीत भारत और अमेरिका के रणनीतिक साझेदारी का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि एक जटिल वैश्विक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में भारत और अमेरिका की साझेदारी वैश्विक स्थिरता का आश्वाशन दे रहा है.
उन्होंने कहा कि एक ओर रूस-यूक्रेन संकट तो दूसरी ओर इजरायल-हमास संघर्ष इस समय वैश्विक चिंता का कारण है. ऐसे समय में 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता यह दिखाता है कि भारत और अमेरिका अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी इस बारे में समाचार एजेंसी से बात की. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद एक महत्वपूर्ण संवाद भेजता था. उन्होंने कहा कि वह संदेश है कि अमेरिका-भारत संबंध बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि यह बातचीत और इसकी गति दोनों बरकरार रहे.
यूएसआईएसपीएफ अध्यक्ष ने कहा कि खासतौर से मध्य पूर्व में भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कहा कि इजरायल-भारत, भारत-अमेरिका और भारत-यूएई का रिश्ता अपने समय के अनूठे दौर में है. उन्होंने कहा कि यह एक अभूतपूर्व स्थिति है कि भारत में 20 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम आबादी के रहते हुए भी वह इजराइल का समर्थन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत शीर्ष-स्तरीय चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता है. जिसमें महत्वपूर्ण द्विपक्षीय और वैश्विक मामलों को संबोधित किया जाएगा. इस बातचीत में इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में होने वाले विकास पर विशेष जोर दिया जाएगा. बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन वार्ता की सह-अध्यक्षता करने के लिए शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचने वाले हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ब्लिंकन की यात्रा से भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ावा मिलेगा.