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मेहुल चोकसी को डोमिनिका पहुंचाने में 2 नावों की हो सकती है अहम भूमिका - भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 13,500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में वांछित भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी पर डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप है. दस्तावेजों से पता चलता है कि द्वीप राष्ट्र में उसके प्रवेश से जुड़े ऑपरेशन में दो नावों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है.

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Published : Jun 6, 2021, 9:22 PM IST

नई दिल्ली : इससे पहले गुरुवार को डोमिनिकन हाईकोर्ट के न्यायाधीश बर्नी स्टीफेंसन ने चोकसी की बंदी प्रत्यक्षीकरण सुनवाई स्थगित कर दी थी. बुधवार को एक स्थानीय अदालत ने चोकसी पर डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप लगाया.

इस संबंध में अभी भी कई एजेंसियों द्वारा पता लगाया जा रहा है, जिसमें यह भी शामिल है कि वह आखिर डोमिनिका कैसे पहुंचा. समाचार एजेंसी को नाव की तस्वीरें, कई दस्तावेज, दो जहाजों और तीन अन्य पुरुषों के साथ बोर्ड पर खड़े काले कुर्ता पायजामा पहने दो लोगों की तस्वीरें मिली हैं.

जिन दो नावों का इस्तेमाल किया गया हो सकता था, उनके नाम हैं- कैलीओप ऑफ अर्ने और लेडी ऐनी. कैलीओप ऑफ अर्ने की यात्री सूची में ब्रिटेन के बमिर्ंघम निवासी गुरजीत भंडाल और भारत के रहने वाले गुरमीत सिंह को दिखाया गया है.

कोबरा टूअर्स के रिकॉर्ड के अनुसार ब्रिटेन के बमिर्ंघम निवासी गुरजीत भंडाल और भारत निवासी गुरमीत सिंह को कैलीओप ऑफ अर्ने के यात्रियों के रूप में दिखाया गया है. सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क विभाग के दस्तावेजों के अनुसार कैलीओप ऑफ अर्ने ने 25 मई को पोर्ट्समाउथ बंदरगाह पर डोमिनिका में प्रवेश किया.

रिकॉर्ड के अनुसार लेडी ऐनी बोट पैसेंजर लिस्ट में गुरमीत सिंह, गुरजीत भंडाल के साथ ही दो क्रू मेंबर्स बोट कैप्टन एगबर्ट जॉयएक्स तथा यूजीन डेविडसन के रूप में दिखाया गया है.

कोबरा टूअर्स की कैलीओप ऑफ अर्ने नामक बड़ी नाव एक अन्य कैरिबियन देश सेंट लूसिया की है. जबकि हैकशॉ बोट चार्टर्स लिमिटेड की लेडी ऐनी भी सेंट लूसिया में पंजीकृत है. यह दावा किया जा रहा है कि चोकसी को एंटीगुआ से डोमिनिका लाने के लिए विभिन्न चरणों में इन्हीं दो नावों का इस्तेमाल किया गया होगा.

इस संबंध में बात करने के लिए समाचार एजेंसी ने चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी और उसके वकील विजय अग्रवाल को कई कॉल और मैसेज किए मगर उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया.

साथ ही भारत सरकार की ओर से दो नावों और उनके यात्रियों के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है. चोकसी की पत्नी और उनके वकील दावा करते रहे हैं कि भारतीय मूल के कुछ लोगों ने व्यवसायी का एंटिगुआ से अपहरण कर लिया और बाद में उन्हें एक जहाज पर चढ़ने के लिए मजबूर किया गया.

हाल ही में भारत में चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया था कि चोकसी को एंटिगुआ से एक जहाज में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें डोमिनिका ले जाया गया और चोकसी के शरीर पर बल प्रयोग के निशान भी पाए गए हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ तो गड़बड़ है और मुझे लगता है कि उन्हें दूसरी जगह ले जाने की रणनीति थी ताकि उन्हें भारत वापस भेजने की संभावना बन सके. इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन सी ताकतें काम कर रही हैं. यह तो समय ही बताएगा.

वहीं एंटीगुआ पुलिस आयुक्त एटली रॉडने ने चोकसी के वकील के दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि उन्हें जबरन लेकर जाने की कोई जानकारी नहीं है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चोकसी आखिर डोमिनिका कैसे पहुंचा.

चोकसी 23 मई से एंटीगुआ से लापता हो गया था. जिसके बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था. उसे तीन दिन बाद 26 मई को डोमिनिका में पकड़ लिया गया था. डोमिनिका की एक अदालत ने चोकसी के वकीलों द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए अगले आदेश तक उसके प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी है.

चोकसी बुधवार को डोमिनिका में एक स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुआ और उसने डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का दोषी नहीं होने की बात कही. 27 मई को चोकसी की पहली तस्वीरें ऑनलाइन सामने आईं, जिसमें उसकी बाहों पर चोट के निशान और सूजी हुई आंख दिखाई दे रही थी.

वहीं इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. जिसमें पता चला है कि चोकसी को हाल के दिनों में भारत लाना मुश्किल है. डोमिनिका के हाईकोर्ट की ओर से भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के मामले में सुनवाई स्थगित करने के बाद सीबीआई, ईडी और विदेश मंत्रालय की आठ सदस्यीय टीम अब बिना मेहुल को लिए ही वापस भारत के लिए रवाना हो गई है.

भगोड़े हीरा कोरोबारी और पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी मेहुल चोकसी के फिलहाल भारत आने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. इसलिए उसे भारत वापस लाने के लिए गई टीम को अब खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. मामले में अगली सुनवाई 14 जून तक के लिए स्थगित कर दी गई है.

यह भी पढ़ें-अनलॉक : कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट में गिरावट, जानिए कल से कहां-क्या खुलेगा

एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार डोमिनिका से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और सीआरपीएफ के दो कमांडो की आठ सदस्यीय टीम के साथ निजी कतर जेट गुरुवार को रवाना हुआ. भारतीय अधिकारियों की टीम शनिवार को चोकसी मामले से संबंधित दस्तावेजों के एक सेट के साथ डोमिनिका पहुंची थी.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : इससे पहले गुरुवार को डोमिनिकन हाईकोर्ट के न्यायाधीश बर्नी स्टीफेंसन ने चोकसी की बंदी प्रत्यक्षीकरण सुनवाई स्थगित कर दी थी. बुधवार को एक स्थानीय अदालत ने चोकसी पर डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप लगाया.

इस संबंध में अभी भी कई एजेंसियों द्वारा पता लगाया जा रहा है, जिसमें यह भी शामिल है कि वह आखिर डोमिनिका कैसे पहुंचा. समाचार एजेंसी को नाव की तस्वीरें, कई दस्तावेज, दो जहाजों और तीन अन्य पुरुषों के साथ बोर्ड पर खड़े काले कुर्ता पायजामा पहने दो लोगों की तस्वीरें मिली हैं.

जिन दो नावों का इस्तेमाल किया गया हो सकता था, उनके नाम हैं- कैलीओप ऑफ अर्ने और लेडी ऐनी. कैलीओप ऑफ अर्ने की यात्री सूची में ब्रिटेन के बमिर्ंघम निवासी गुरजीत भंडाल और भारत के रहने वाले गुरमीत सिंह को दिखाया गया है.

कोबरा टूअर्स के रिकॉर्ड के अनुसार ब्रिटेन के बमिर्ंघम निवासी गुरजीत भंडाल और भारत निवासी गुरमीत सिंह को कैलीओप ऑफ अर्ने के यात्रियों के रूप में दिखाया गया है. सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क विभाग के दस्तावेजों के अनुसार कैलीओप ऑफ अर्ने ने 25 मई को पोर्ट्समाउथ बंदरगाह पर डोमिनिका में प्रवेश किया.

रिकॉर्ड के अनुसार लेडी ऐनी बोट पैसेंजर लिस्ट में गुरमीत सिंह, गुरजीत भंडाल के साथ ही दो क्रू मेंबर्स बोट कैप्टन एगबर्ट जॉयएक्स तथा यूजीन डेविडसन के रूप में दिखाया गया है.

कोबरा टूअर्स की कैलीओप ऑफ अर्ने नामक बड़ी नाव एक अन्य कैरिबियन देश सेंट लूसिया की है. जबकि हैकशॉ बोट चार्टर्स लिमिटेड की लेडी ऐनी भी सेंट लूसिया में पंजीकृत है. यह दावा किया जा रहा है कि चोकसी को एंटीगुआ से डोमिनिका लाने के लिए विभिन्न चरणों में इन्हीं दो नावों का इस्तेमाल किया गया होगा.

इस संबंध में बात करने के लिए समाचार एजेंसी ने चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी और उसके वकील विजय अग्रवाल को कई कॉल और मैसेज किए मगर उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया.

साथ ही भारत सरकार की ओर से दो नावों और उनके यात्रियों के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है. चोकसी की पत्नी और उनके वकील दावा करते रहे हैं कि भारतीय मूल के कुछ लोगों ने व्यवसायी का एंटिगुआ से अपहरण कर लिया और बाद में उन्हें एक जहाज पर चढ़ने के लिए मजबूर किया गया.

हाल ही में भारत में चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया था कि चोकसी को एंटिगुआ से एक जहाज में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें डोमिनिका ले जाया गया और चोकसी के शरीर पर बल प्रयोग के निशान भी पाए गए हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ तो गड़बड़ है और मुझे लगता है कि उन्हें दूसरी जगह ले जाने की रणनीति थी ताकि उन्हें भारत वापस भेजने की संभावना बन सके. इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन सी ताकतें काम कर रही हैं. यह तो समय ही बताएगा.

वहीं एंटीगुआ पुलिस आयुक्त एटली रॉडने ने चोकसी के वकील के दावों को खारिज कर दिया है और कहा है कि उन्हें जबरन लेकर जाने की कोई जानकारी नहीं है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चोकसी आखिर डोमिनिका कैसे पहुंचा.

चोकसी 23 मई से एंटीगुआ से लापता हो गया था. जिसके बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया था. उसे तीन दिन बाद 26 मई को डोमिनिका में पकड़ लिया गया था. डोमिनिका की एक अदालत ने चोकसी के वकीलों द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए अगले आदेश तक उसके प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी है.

चोकसी बुधवार को डोमिनिका में एक स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुआ और उसने डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने का दोषी नहीं होने की बात कही. 27 मई को चोकसी की पहली तस्वीरें ऑनलाइन सामने आईं, जिसमें उसकी बाहों पर चोट के निशान और सूजी हुई आंख दिखाई दे रही थी.

वहीं इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. जिसमें पता चला है कि चोकसी को हाल के दिनों में भारत लाना मुश्किल है. डोमिनिका के हाईकोर्ट की ओर से भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के मामले में सुनवाई स्थगित करने के बाद सीबीआई, ईडी और विदेश मंत्रालय की आठ सदस्यीय टीम अब बिना मेहुल को लिए ही वापस भारत के लिए रवाना हो गई है.

भगोड़े हीरा कोरोबारी और पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी मेहुल चोकसी के फिलहाल भारत आने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. इसलिए उसे भारत वापस लाने के लिए गई टीम को अब खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. मामले में अगली सुनवाई 14 जून तक के लिए स्थगित कर दी गई है.

यह भी पढ़ें-अनलॉक : कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट में गिरावट, जानिए कल से कहां-क्या खुलेगा

एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार डोमिनिका से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और सीआरपीएफ के दो कमांडो की आठ सदस्यीय टीम के साथ निजी कतर जेट गुरुवार को रवाना हुआ. भारतीय अधिकारियों की टीम शनिवार को चोकसी मामले से संबंधित दस्तावेजों के एक सेट के साथ डोमिनिका पहुंची थी.

(आईएएनएस)

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