मुंबई: 1993 के बॉम्बे सीरियल ब्लास्ट मामले में बुक किए गए चार आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट में, सीबीआई ने आरोप लगाया है कि वे फरार आरोपी और वैश्विक आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के आवास पर दुबई में हुई साजिश की बैठक में मौजूद थे. चार लोगों को 29 साल तक फरार रहने के बाद मई में गिरफ्तार किया गया था. अबू बक्र, मोहम्मद सईद, मोहम्मद शोएब कुरैशी और मोहम्मद यूसुफ इस्माइल शेख को गुजरात एटीएस ने मई में अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने इस महीने उनके खिलाफ आतंकवाद और विघटनकारी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं और आरोपों के तहत आरोप पत्र दायर किया था. सीबीआई ने दावा किया है कि आरोपी साजिश के सक्रिय सदस्य थे और जनवरी-फरवरी 1993 में हथियारों का प्रशिक्षण लेने के लिए दुबई के रास्ते पाकिस्तान भी गए थे. एजेंसी ने दावा किया है कि साजिश की बैठक में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी अहमद कमाल शेख उर्फ अहमद लांबू, दोषी मुस्तफा दोसा, जिनकी 2017 में मौत हो गई थी, फिरोज अब्दुल राशिद खान और मोहम्मद सलीम उर्फ सलीम कुट्टा ने भाग लिया था.
चार्जशीट में कहा गया कि चारों ने 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस का बदला लेने की साजिश के तहत अन्य आरोपियों के निर्देश पर यात्रा की थी. सीबीआई ने यह भी दावा किया कि 12 मार्च 1993 को हुए विस्फोटों के 2-3 दिन बाद, आरोपी अबू बकर खान के साथ मोहम्मद दोसा के निर्देश पर फरार आरोपी शब्बीर कादरी के रायगढ़ जिले के म्हसाला में घर गया और शेष हथियारों को नष्ट कर दिया.
सीबीआई ने कहा कि वह मामले में अपनी जांच जारी रखेगी. 81 पन्नों की चार्जशीट में पंच गवाहों के बयान, लम्बू, खान और सलीम के पहले दर्ज किए गए इकबालिया बयान शामिल हैं. 12 मार्च 1993 को शहर में 12 बम विस्फोट हुए थे, जिसमें 257 लोग मारे गए थे और 713 घायल हुए थे. इससे पहले इस मामले में दो ट्रायल हो चुके हैं. जबकि 1994 से 2006-07 तक याकूब मेमन और अभिनेता संजय दत्त समेत 123 आरोपियों पर विशेष टाडा अदालत में मुकदमा चलाया गया, जबकि दूसरे मुकदमे में छह को दोषी ठहराया गया. 2018 में गिरफ्तार किए गए अहमद लांबू और मोहम्मद फारूक के खिलाफ भी मामला फिलहाल लंबित है.
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