मसूरी: कोरोना के कारण प्रभावित पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने के लिए जिला प्रशासन कोशिशों में जुटा हुआ है. ऐसे में वीकेंड पर मसूरी में अधिक दबाव न रहे, इसके लिए फिलहाल 15 हजार पर्यटकों को ही प्रवेश दिया जा रहा है. ताकि पर्यटन स्थलों पर सोशल डिस्टेंस के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा सके.
दरअसल, पिछले दिनों सोशल मीडिया में मसूरी में वीकेंड पर ही पर्यटकों के आने की अनुमति की गलत खबरें चल रही थी. जिसके बाद प्रशासन ने वायरल न्यूज (Viral News) का खंडन किया.
कोरोना के कम होते मामलों के बीच प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है. ऐसे में मसूरी आने के लिए पर्यटकों को 72 घंटे पूर्व की आरटी पीसीआर टेस्ट/रैपिड एंटीजन टेस्ट/ट्रू नेट टेस्ट/एंटीबॉडी टेस्ट में से कोई एक की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिखाना होगा. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण और होटल की बुकिंग भी दिखानी होगी.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि मसूरी में वीकेंड पर 15 हजार पर्यटकों को आने की अनुमति दी गई है. नियम शनिवार सुबह से सोमवार सुबह आठ बजे तक लागू रहेगा. अन्य दिनों में पर्यटक मसूरी आसानी से प्रवेश कर सकते हैं. कोरोना गाइडलाइन के तहत ही मसूरी में पर्यटन गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है और पर्यटकों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए ही यह व्यवस्था की गई है.
वहीं, जसपाल सिंह चौहान जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि केवल सप्ताहांत में मसूरी के खुले रहने का दावा गलत है. पर्यटक हेल्पलाइन नंबरों पर आसानी से संपर्क कर सकते हैं और दिशा निर्देशों में किसी भी बदलाव के संबंध में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.