मुंबई : कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए माता-पिता और छात्रों को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है. इससे पहले 28 जुलाई को महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में राज्य के निजी स्कूलों के लिए 15 प्रतिशत फीस में कटौती को मंजूरी दे दी थी.
महाराष्ट्र कैबिनेट ने तब निर्णय लिया था कि फीस भुगतान का ढांचा ऐसा हो कि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे. लंबे समय से माता-पिता की ओर से यह चिंता जताई जा रही थी कि कोरोना की वजह से बच्चों की फीस देने में समस्या होगी.
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सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित कुल फीस में 15% की कमी की जाए. सरकार ने स्कूलों को फीस कम करने का निर्देश दिया है. माता-पिता, जिन्होंने पहले ही पूरी फीस का भुगतान कर दिया है, को स्कूल प्रबंधन से अगले महीने या त्रैमासिक किश्तों या अगले वर्ष में अतिरिक्त शुल्क को समायोजित करने के लिए कहना चाहिए या ऐसा करना संभव नहीं होने पर शुल्क वापस करना चाहिए.