चेन्नई : श्रीलंकाई जेल से रिहा हुए 12 भारतीय मछुआरे शुक्रवार को चेन्नई पहुंचे. इससे पहले गुरुवार को रामेश्वरम से 15 मछुआरों की सुरक्षित वापसी हुई थी, जिन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार भी किया था. सप्ताह की शुरुआत में, मंगलवार को, 15 मछुआरों का एक और समूह चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे थे.
सभी मछुआरों को राज्य सरकार के मत्स्य पालन विभाग की व्यवस्था के साथ उनके घर भेजा गया. अक्टूबर महीने में कथित तौर पर सीमा पार मछली पकड़ने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना ने तीन अलग-अलग गिरफ्तारियों में कुल 64 मछुआरों को गिरफ्तार किया था. इनमें अधिकतर मछुआरे रामेश्वरम और मंडपम से हैं. उनकी नावें और मछली पकड़ने के जाल भी श्रीलंकाई नौसेना ने जब्त कर लिया था.
मछुआरों को श्रीलंकाई अदालतों में पेश करने के बाद जेल में डाल दिया गया था. इसके बाद, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मछुआरों की रिहाई के प्रयास करने के लिए विदेश मंत्री को पत्र लिखा था. इसके साथ ही विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने विदेश मंत्री से इस संबंध में अनुरोध किया था कि केंद्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे.
श्रीलंका में भारतीय दूतावास के प्रयासों और बातचीत के बाद 63 मछुआरों को रिहा कर दिया गया. उन्होंने एक मछुआरे को रिहा नहीं किया, क्योंकि उसे कथित तौर पर दूसरी बार पकड़ा गया था और दो साल की कैद की सजा सुनाई गई है. इस बीच, श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने मछुआरों को उनके स्थान पर वापस भेजने की व्यवस्था की. अन्य 21 मछुआरों के भी एक या दो दिन में आने की उम्मीद है.