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Kanjhawala death case: 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड, हादसा बताने वाले DCP को नोटिस

दिल्ली कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस के 3 PCR वैन और 2 पिकेट में ड्यूटी पर तैनात 11 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही DCP को नोटिस जारी किया है.

Kanjhawala death case: 11 policemen suspended, DCP served notice
Kanjhawala death case: 11 policemen suspended, DCP served notice
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Published : Jan 13, 2023, 3:50 PM IST

नई दिल्ली: कंझावला हिट एंड रन केस में दिल्ली पुलिस ने शुकरवार को गृह मंत्रालय के आदेश पर बड़ी कार्रवाई की. 11 पुलिस को तत्काल प्रभाव से सस्सपेंड कर दिया गया है. इनमें 2 सब इंस्पेक्टर, 4 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 4 हेड कॉन्स्टेबल, 1 कॉन्स्टेबल शामिल हैं. सस्पेंड पुलिसकर्मियों में से 6 पीसीआर की ड्यूटी में तैनात थे और 5 पुलिसकर्मी पिकेट पर तैनात थे. सभी पर कार्य में शिथिलता और लापरवाही बरतने का आरोप है. बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने हादसा बताने वाले डीसीपी को नोटिस जारी किया है.

इससे पहले गुरुवार देर शाम दिल्ली ने अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपा था. रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से तीन पीसीआर और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने को कहा था. इसके बाद ये कार्रवाई हुई है. मंत्रालय ने दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द अदालत में चार्जशीट दायर करने और सभी जरूरी कदम उठाने का भी सुझाव दिया है, ताकि उन्हें सजा मिल सके.


कार सवार सभी आरोपियों पर चलेगा हत्या का केसः बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने कार सवार सभी आरोपियों पर धारा 302 लगाने का आदेश दिया है. इसके बाद माना जा रहा है जल्द पुलिस इन पर हत्या का केस दर्ज करेगी. अब तक दिल्ली पुलिस ने ये धारा नहीं लगाया था. इसकी मांग अंजलि के परिजन लगातार कर रहे थे. इस केस में शुरू से ही पुलिस पर लापरवाही बतरने के आरोप लगाए जा रहे थे. 13 किलोमीटर तक अंजलि को कार से घसीटा गया और किसी पुलिसकर्मी ने इस पूरी वारदात को कैसे नहीं देखा. पीसीआर कर्मी ने क्या कर रहे थे?

कार में सवार थे ये पांच आरोपी.
कार में सवार थे ये पांच आरोपी.

गुजरात की यूनिवर्सिटी भी कर रही जांचः डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के अनुरोध पर कल यानी गुरुवार को गुजरात के गांधीनगर से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की 5 सदस्य टीम दिल्ली पहुंची थी. उन्होंने इस मामले में कई फॉरेंसिक एविडेंस इकट्ठा किए, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

विशेष आयुक्त शालिनी सिंह को मिला था जांच का जिम्माः गृह मंत्रालय ने 2 जनवरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह को मामले में जांच का जिम्मा सौंपा था. उन्होंने ही इस जांच को पूरा किया और अपनी यह रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी. बता दें, मामले में फिलहाल छह आरोपी जेल में बंद हैं.

क्या है मामलाः बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए साल के जश्न के बीच 23 साल की अंजलि की दर्दनाक हो गई थी. आरोप है कि स्कूटी सवार अंजलि को एक कार ने पहले टक्कर मारी, फिर उसे 12 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. बाद में दो और आरोपियों का नाम सामने आया. वहीं अंजलि की सहेली निधि का भी नाम सामने आया था. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की है. बता दें, घटना के बाद पकड़े गए सात लोगों को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. इसमें से एक को कोर्ट ने जमानत दे दी है.

नई दिल्ली: कंझावला हिट एंड रन केस में दिल्ली पुलिस ने शुकरवार को गृह मंत्रालय के आदेश पर बड़ी कार्रवाई की. 11 पुलिस को तत्काल प्रभाव से सस्सपेंड कर दिया गया है. इनमें 2 सब इंस्पेक्टर, 4 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 4 हेड कॉन्स्टेबल, 1 कॉन्स्टेबल शामिल हैं. सस्पेंड पुलिसकर्मियों में से 6 पीसीआर की ड्यूटी में तैनात थे और 5 पुलिसकर्मी पिकेट पर तैनात थे. सभी पर कार्य में शिथिलता और लापरवाही बरतने का आरोप है. बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने हादसा बताने वाले डीसीपी को नोटिस जारी किया है.

इससे पहले गुरुवार देर शाम दिल्ली ने अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपा था. रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से तीन पीसीआर और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने को कहा था. इसके बाद ये कार्रवाई हुई है. मंत्रालय ने दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द अदालत में चार्जशीट दायर करने और सभी जरूरी कदम उठाने का भी सुझाव दिया है, ताकि उन्हें सजा मिल सके.


कार सवार सभी आरोपियों पर चलेगा हत्या का केसः बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने कार सवार सभी आरोपियों पर धारा 302 लगाने का आदेश दिया है. इसके बाद माना जा रहा है जल्द पुलिस इन पर हत्या का केस दर्ज करेगी. अब तक दिल्ली पुलिस ने ये धारा नहीं लगाया था. इसकी मांग अंजलि के परिजन लगातार कर रहे थे. इस केस में शुरू से ही पुलिस पर लापरवाही बतरने के आरोप लगाए जा रहे थे. 13 किलोमीटर तक अंजलि को कार से घसीटा गया और किसी पुलिसकर्मी ने इस पूरी वारदात को कैसे नहीं देखा. पीसीआर कर्मी ने क्या कर रहे थे?

कार में सवार थे ये पांच आरोपी.
कार में सवार थे ये पांच आरोपी.

गुजरात की यूनिवर्सिटी भी कर रही जांचः डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के अनुरोध पर कल यानी गुरुवार को गुजरात के गांधीनगर से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की 5 सदस्य टीम दिल्ली पहुंची थी. उन्होंने इस मामले में कई फॉरेंसिक एविडेंस इकट्ठा किए, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

विशेष आयुक्त शालिनी सिंह को मिला था जांच का जिम्माः गृह मंत्रालय ने 2 जनवरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह को मामले में जांच का जिम्मा सौंपा था. उन्होंने ही इस जांच को पूरा किया और अपनी यह रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी. बता दें, मामले में फिलहाल छह आरोपी जेल में बंद हैं.

क्या है मामलाः बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए साल के जश्न के बीच 23 साल की अंजलि की दर्दनाक हो गई थी. आरोप है कि स्कूटी सवार अंजलि को एक कार ने पहले टक्कर मारी, फिर उसे 12 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. बाद में दो और आरोपियों का नाम सामने आया. वहीं अंजलि की सहेली निधि का भी नाम सामने आया था. पुलिस ने उससे भी पूछताछ की है. बता दें, घटना के बाद पकड़े गए सात लोगों को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. इसमें से एक को कोर्ट ने जमानत दे दी है.

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