नई दिल्ली : मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले पर औपचारिक बंदूक सलामी के लिए इस साल पहली बार स्वदेशी 105-एमएम लाइट फील्ड गन का इस्तेमाल किया गया. इस बंदूक का इस्तेमाल इस साल गणतंत्र दिवस परेड के दौरान 21 तोपों की सलामी के लिए पहली बार किया गया था. भारतीय तोपों ने ब्रिटिश 25-पाउंडर तोपों का स्थान ले लिया है.
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#WATCH | 105mm field gun has been used for the 21-gun salute for the first time at the #RepublicDay parade this year. The Indian guns have replaced the British 25-pounder guns pic.twitter.com/uiEt2wYgCt
— ANI (@ANI) January 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 26, 2023#WATCH | 105mm field gun has been used for the 21-gun salute for the first time at the #RepublicDay parade this year. The Indian guns have replaced the British 25-pounder guns pic.twitter.com/uiEt2wYgCt
— ANI (@ANI) January 26, 2023
विशेष रूप से, 21 तोपों की सलामी एक विशेष रूप से डिजाइन किए गए कारतूस या एक खाली राउंड द्वारा दी जाती है, जिसका उपयोग वास्तविक गोले दागने के विपरीत फायरिंग की आवाज पैदा करने के लिए किया जाता है. लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने से पहले सशस्त्र बलों और दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
इसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया, जो उनका लगातार 10वां संबोधन था. जैसे ही प्रधान मंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की गई. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का थीम, वर्ष का विषय 'राष्ट्र पहले, हमेशा पहले' है. जो 77वें स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव समारोह का भी हिस्सा है.
(एएनआई)