मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ बाबा के दरबार में आस्था और भक्ति की अनोखी तस्वीर देखने को मिली. हाजीपुर के पहलेजा घाट से एक पैर से चलकर एक 10 साल की बच्ची राजनंदिनी बाबा के दरबार पहुंची और जलाभिषेक किया. भाई-बहन के पर्व रक्षाबंधन से पहले दिव्यांग बहन ने बाबा गरीब नाथ का जलाभिषेक कर अपने भाई की सलामती की कामना की. भाई के प्रति अटूट प्रेम और बच्ची के हौसले की सभी तारीफ कर रहे हैं.
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राजनंदिनी ने एक पांव से की 100 KM की पैदल यात्रा : एक पैर से दिव्यांग राजनंदिनी ने हाजीपुर के पहलेजा घाट से गंगा नदी से जल उठाकर एक पैर से ही कूद-कूदकर 90 किलोमीटर का सफर तय किया और देर रात बाबा गरीबनाथ धाम पहुंची. यहां पहुंचकर राजनंदिनी ने बाबा का जलाभिषेक किया और फिर पूजा अर्चना की. दरअसल, राजनंदिनी ने अपने भाई के लिए मन्नत मांगी थी कि जब वो ठीक हो जाएगा तो वो बाबा के दरबार में जलाभिषेक करेगी.
''आज मैं बहुत खुश हूं. मैं बाबा के दरबार में पहुंच गई. मैंने अपने भाई के लिए मन्नत मांगी थी जो आज पूरी हुई. मेरे एक पांव है, फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी.'' - राजनंदिनी कंवर
बाबा गरीब नाथ पहुंची 10 साल की दिव्यांग बच्ची : राजनंदिनी के इस हौसले को देखकर पूरे कांवरिया पथ और बाबा मंदिर के पास श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग गया. सभी राजनंदिनी के हौसले को सलाम कर रहे थे. एक पांव होने के बाद भी बच्ची के हौसले में कोई कमी नहीं है. राजनंदिनी के हौसलों को देख हर कोई आश्चर्य कर रहा है. राजनंदिनी ने कहा कि उसका सपना IPS बनकर देश की सेवा करना है.
भाई के लिए मांगी थी ये मन्नत : बता दें कि राजनंदिनी के भाई का हॉर्ट का ऑपरेशन हुआ था. उसने अपने भाई के ठीक होने की कामना की थी और मन्नत मांगी की उसका भाई ठीक हो जाएगा तो वो बाबा गरीब नाथ के दरबार में पहुंचकर जलाभिषेक करेंगी. जब उसका भाई ठीक हो गया तो वो बाबा के दरबार में जलाभिषेक करने पहुंची है. राजनंदिनी के पिता ने बताया कि आज जब वो बाबा के दरबार में पहुंची तो उसके चेहरे पर अजीब खुशी थी.
''बेटी का हौसला देखकर मैं भी चकित हूं. मैं खुद उससे प्रेरणा लेता हूं कि काश मेरे अंदर भी इतनी ऊर्जा होती. उसके एक पैर होने के कारण परिवार के बाकी लोगों ने उसे बाबा के दरबार में आने से मना किया था. लेकिन उसकी जिद के आगे हमारी एक न चली. सब महादेव की कृपा है.'' - सुभाष कुमार, राजनंदिनी के पिता
मुजफ्फरपुर का बाबा गरीबनाथ मंदिर : अब आइये आपको बताते है कि मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में दूर दूर से श्रद्धालु क्यों जलाभिषेक करने पहुंचते है. दरअसल, मंदिर के पुजारी की माने तो इस मंदिर का इतिहास 100 साल से भी पुराना है. मान्यताओं के अनुसार यहां पहले बरगद का एक पुराना पेड़ था. कहा जाता है कि किसी ने पेड़ को काट दिया था, जिसके बाद बाबा खुद प्रकट हुए और तब से यहां उनकी पूजा शुरू हो गई.
जलाभिषेक करने पहुंचते हैं लाखों श्रद्धालु: बाबा गरीबनाथ मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे है और जलाभिषेक करते है. श्रद्धालु सबसे पहले पहलेजा घाट से गंगा जल उठाते है और हाजीपुर के रास्ते 90 किलोमीटर की यात्रा तय कर मुजफ्फरपुर पहुंचे हैं और बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक करते हैं.