गरियाबंद: कलेक्टर छतर सिंह डेहरे ने मंगलवार को समय-सीमा की बैठक लेकर विभाग के कार्यों की समीक्षा की और कई विषयों पर चर्चा करके महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान गौठनों को लेकर कलेक्टर सख्त नजर आए.
पिछले दिनों गौठानों का निरीक्षण करने के बाद मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में इसे लेकर चर्चा की गई. मीटिंग में जिले के सभी 5 ब्लॉक के जनपद पंचायत CEO से कलेक्टर ने कहा कि गौठान में पशुओं के लिए चारा-पानी और छांव की कोई समस्या सामने नहीं आनी चाहिए. गौठान में अव्यवस्था पाए जाने पर इसके लिए सीधे तौर पर जनपद पंचायत सीईओ को जिम्मेदार माना जाएगा.
कई विषयों पर की गई समीक्षा
इस दौरान फसल गिरदावरी, गोधन न्याय योजना, बीते दिनों की बारिश से उत्पन्न स्थिति और विभागों की ओर से वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा जैसे विषयों की समीक्षा की गई. कलेक्टर ने जिले में राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को फसल गिरदावरी का कार्य निर्धारित समयावधि 20 सितम्बर तक शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए.
गोबर खरीदी का भुगतान निर्धारित समय पर किया जाए
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि गौठानों में 16 से 31 अगस्त तक खरीदी गई गोबर की राशि किसानों के खाते में निर्धारित तारीख 5 सितम्बर तक भुगतान कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में भी गौठान निर्माण किया जाना है. संबंधित CMO इसके लिए आवश्यक पहल करना सुनिश्चित करें.
बारिश-बाढ़ से प्रभावित इलाकों की करें समीक्षा
कलेक्टर ने पिछले सप्ताह हुई बारिश से बाढ़ की उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करते हुए राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को फसल और मकान क्षति की रिपोर्ट तैयार करने को कहा. इसी तरह निर्माण कार्य एजेंसी विभागों को शासकीय परिसम्पत्तियां, सड़क, पुल-पुलिया क्षति की जानकारी से अवगत कराने के लिए भी कहा गया.
पौधों को ट्री-गार्ड से करें सुरक्षित
कलेक्टर छतर सिंह डेहरे ने मानसून में विभागों की ओर से लक्ष्य के मुताबिक लगाए गए पौधों की सुरक्षा के लिए उन्हें ट्री-गार्ड से सुरक्षित करने को कहा. साथ ही विकासखंडवार नोडल अधिकारी भी नियुक्त करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत हासिल उपलब्धियों को आगामी टीएल बैठक में अवगत कराने के लिए कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास विभाग) को निर्देशित किया.
जिले के आला अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में जिला पंचायत CEO विनय कुमार लंगेह, वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर जे आर चैरसिया सहित सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी, डिप्टी कलेक्टर और जिला अधिकारी मौजूद थे.