सूरजपुर: रमकोला स्थित हाथी रेस्क्यू सेंटर में हाथी के बच्चे का जन्मदिन मनाया गया. छत्तीसगढ़ के कई जिले हाथियों से प्रभावित हैं. प्रदेश में आए दिन हाथी और मानव के बीच द्वंद की खबरें आती हैं. कभी मानव के कारण हाथियों की मौत तो कभी हाथी लोगों का नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में वन विभाग व्यवस्था संभालता है. रमकोला में हाथी रेस्क्यू सेंटर बनाया गया है. हाथी के बच्चे का जन्मदिन मनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
रमकोला स्थित हाथी रेस्क्यू सेंटर में दल से भटके हाथियों को रखा जाता है. साथ ही बीमार हाथियों को भी यहां लाया जाता है. 2 साल पहले रेस्क्यू किए गए मादा हाथी ने यहां एक बच्चे को जन्म दिया था. जिसके बाद से वनकर्मी हाथी के बच्चे का जन्मदिन मनाते हैं. 2 साल पहले इस हाथी के बच्चे का नामकरण किया गया था. इसका नाम रेवा रखा गया था. पिछले साल भी हाथी के बच्चे का जन्म दिन धूमधाम से मनाया गया था.
कोरोना संक्रमण के दौर को देखते हुए इस साल छोटा आयोजन किया गया था. वनकर्मी और पशु चिकित्सक ने मिलकर 19 दिसंबर को हाथी का जन्मदिन मनाया. इस दौरान वनकर्मियों ने केक भी काटा है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 2 साल पूरा करने वाले हाथी रेवा के बर्थडे की तस्वीर मानव और हाथी के बीच की दूरी को खत्म करने वाली मिसाल की तरह है.
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लेमरू एलीफेंट प्रोजेक्ट पर सबकी नजर
लेमरू प्रोजेक्ट में एक कॉरिडोर होगा, जिसमे हाथी रहेंगे. वन विभाग इनकी निगरानी के लिए अलग से अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति करेगा, जो हाथी की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखेंगे. वन विभाग के इस काॅरिडोर में लेमरू जंगल का सबसे अधिक क्षेत्र आएगा, जो जनसंख्या बाहुल्य नहीं है. हाथी रिजर्व के लिए कोरबा, कटघोरा, धरमजयगढ़, सरगुजा और सूरजपुर के वनमंडलों के वनक्षेत्रों को शामिल किया जाएगा. जिसकी तैयारी में वन विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं.