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बिना नोटिस के मकान तोड़ने को लेकर बवाल, भाजपाइयों ने तहसीलदार का किया घेराव - सूरजपुर तहसीलदार

surajpur Tehsildar opposed by BJP सूरजपुर में अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर सूरजपुर तहसीलदार के खिलाफ भाजपाइयों ने प्रदर्शन किया है. तहसीलदार के रवैये से नाराज पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह ने तहसील कार्यालय में ही जमीन पर बैठकर प्रदर्शन किया.

Uproar over breaking house without notice
भाजपाइयों ने तहसीलदार का किया घेराव
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Published : Dec 6, 2022, 10:59 PM IST

सूरजपुर: सूरजपुर में अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है. न्यू हाउस के बगल में डीजे निवास का निर्माण होना है, जिसे लेकर आसपास के अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. भाजपा की पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह का भी सरकारी जमीन पर कब्जा था, जिसे हटाया गया. सूरजपुर तहसीलदार द्वारा जारी नोटिस की तारीख से पहले हुई कार्रवाई की गई. जिससे नाराज पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह ने सूरजपुर तहसील कार्यालय में ही जमीन पर बैठकर प्रदर्शन Uproar over breaking house without notice) किया. surajpur Tehsildar opposed by BJP

बिना नोटिस के मकान तोड़ने को लेकर बवाल

क्या है पूरा मामला: पूरा मामला अवैध अतिक्रमण से जुड़ा हुआ है, जिस पर सूरजपुर तहसीलदार ने नोटिस जारी कर आज संबंधितों को दफ्तर बुलाया था. भाजपा महिला नेत्री दफ्तर पहुंची, तो सूरजपुर तहसीलदार द्वारा उनके साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप पूर्व जनपद उपाध्यक्ष ने लगाया. जिसके बाद नाराज पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिह वहीं जमीन पर धरने में बैठ गई. मामले की जानकारी लगते ही सूरजपुर तहसील कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए तहसीलदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें: सूरजपुर में बीजेपी ने प्रदेश सरकार का फूंका पुतला

प्रशासन की कार्रवाई को बताया गलत: पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह का कहना है कि "मकान टूटने का कोई गम नहीं है. अगर नियम से मकान तोड़े जाते, तो मुझे उसका दुख नहीं होता. लेकिन 6 तारीख का नोटिस देकर 5 तारीख को ही मकान तोड़ दिया गया. यह कहीं से भी न्याय संगत नहीं लग रहा है. जिसे लेकर आम नागरिक भी परेशान हैं. " breaking house without notice in surajpur

नोटिस में लिपिकीय त्रुटि के चलते विवाद: तहसील दफ्तर में हंगामा होने की जानकारी पर मौके पर जिला प्रशासन के आला अधिकारी सहित पुलिस भी पहुंच गई. हांलाकि अधिकारियों की समझाइश और माफी मांगने पर विवाद समाप्त हो गया. सूरजपुर तहसीलदार का कहना है कि "सब कुछ विधि के अनुसार ही हुआ है. कहीं लिपिकीय त्रुटि रह गई होगी, जिसके कारण दिनांक में आगे पीछे हो गया होगा, जो जांच का विषय है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.

सूरजपुर: सूरजपुर में अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है. न्यू हाउस के बगल में डीजे निवास का निर्माण होना है, जिसे लेकर आसपास के अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. भाजपा की पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह का भी सरकारी जमीन पर कब्जा था, जिसे हटाया गया. सूरजपुर तहसीलदार द्वारा जारी नोटिस की तारीख से पहले हुई कार्रवाई की गई. जिससे नाराज पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह ने सूरजपुर तहसील कार्यालय में ही जमीन पर बैठकर प्रदर्शन Uproar over breaking house without notice) किया. surajpur Tehsildar opposed by BJP

बिना नोटिस के मकान तोड़ने को लेकर बवाल

क्या है पूरा मामला: पूरा मामला अवैध अतिक्रमण से जुड़ा हुआ है, जिस पर सूरजपुर तहसीलदार ने नोटिस जारी कर आज संबंधितों को दफ्तर बुलाया था. भाजपा महिला नेत्री दफ्तर पहुंची, तो सूरजपुर तहसीलदार द्वारा उनके साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप पूर्व जनपद उपाध्यक्ष ने लगाया. जिसके बाद नाराज पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिह वहीं जमीन पर धरने में बैठ गई. मामले की जानकारी लगते ही सूरजपुर तहसील कार्यालय पर भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए तहसीलदार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

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प्रशासन की कार्रवाई को बताया गलत: पूर्व जनपद उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह का कहना है कि "मकान टूटने का कोई गम नहीं है. अगर नियम से मकान तोड़े जाते, तो मुझे उसका दुख नहीं होता. लेकिन 6 तारीख का नोटिस देकर 5 तारीख को ही मकान तोड़ दिया गया. यह कहीं से भी न्याय संगत नहीं लग रहा है. जिसे लेकर आम नागरिक भी परेशान हैं. " breaking house without notice in surajpur

नोटिस में लिपिकीय त्रुटि के चलते विवाद: तहसील दफ्तर में हंगामा होने की जानकारी पर मौके पर जिला प्रशासन के आला अधिकारी सहित पुलिस भी पहुंच गई. हांलाकि अधिकारियों की समझाइश और माफी मांगने पर विवाद समाप्त हो गया. सूरजपुर तहसीलदार का कहना है कि "सब कुछ विधि के अनुसार ही हुआ है. कहीं लिपिकीय त्रुटि रह गई होगी, जिसके कारण दिनांक में आगे पीछे हो गया होगा, जो जांच का विषय है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.

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