सूरजपुर: केंद्रीय जनजातीय कार्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने छात्रों के लिए 'गोल' नाम का पोर्टल लॉन्च किया. इस दौरान जनजातीय मामलों की केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह भी मौजूद रहीं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वे कार्यक्रम में उपस्थित रहीं. इस एप के माध्यम से आदिवासी छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा.
एप लॉन्चिंग के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने बताया कि गोल एप के जरिए वंचित जनजाति छात्र को पढ़ाई, व्यापार, फैशन और कला के क्षेत्र में विशेषज्ञों से जोड़ा जाएगा. जिसमें उन्हें विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे, जिससे ये आदिवासी छात्र आने वाले समय में रोजगार के लिए तैयार हो सकें. कौशल प्रशिक्षण इन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा. मंत्री रेणुका सिंह ने बताया कि कार्यक्रम के पहले चरण में जनजातीय कार्य मंत्रालय और फेसबुक भारत के जरिए जनजातीय बहुल जिले के करीब 5000 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
प्रथम चरण में 5000 बच्चों को दी जाएगी ट्रेनिंग
केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने बताया कि आदिवासी बच्चों को डिजिटल इंडिया से जोड़ने के लिए गोल पोर्टल की लॉन्चिंग की गई है. गोल पोर्टल ट्रैवल गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के माध्यम से देशभर के लोग आवेदन करेंगे. इसके बाद जनजातीय मंत्रालय तय करेगा कि पहले किन लोगों को प्राथमिकता देनी होगी. फिलहाल प्रथम चरण में 5000 बच्चों को चुना जा चुका है. मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के इस दौर में जीवनशैली बदली है, इसलिए हम लोग नए तरीके की पढ़ाई से छात्रों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनकी जीवनशैली और बेहतर हो सके.
देशभर में डिजिटल माध्यम से हो रही पढ़ाई
लॉकडाउन में सभी स्कूल, कॉलेज बंद हैं. सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूल ऑनलइन बच्चों को पढ़ा रहे हैं, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो. ऐसे में गोल एप भी आदिवासी छात्रों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.