सूरजपुर: जिले में भालुओं के आतंक की खबर आम बात है. लेकिन जब किसी बेजुबान की जान पर बन आती है तो हर कोई उसकी जान बचाने में जुट जाता है. ऐसा ही कुछ मामला सूरजपुर जिले के ओड़गी ब्लॉग में देखने को मिला. जहां एक भालू गांव में घूमते-धूमते अंधेर गहरे कुएं में जा गिरा. स्थानीय लोगों की इसकी सूचना वन विभाग को दी जिसके बाद टीम ने 3 घंटे रेस्क्यू कर भालू की जान बचाई. जान बचने के बाद भालू जंगल की तरफ भाग गया.
ओड़गी ब्लॉक के धुर गांव में एक भालू भटककर पहुंच गया. गांव में भटकते-भटकते तड़के सुबह 3 बजे भालू एक कुएं में गिर गया. कुएं में गिरने के बाद भालू निकलने की कोशिश करता रहा लेकिन सफल नहीं हुआ. सुबह होते ही जब ग्रामीणों ने भालू को कुएं में देखा तो इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी. इसके साथ ही वे खुद भी भालू को बचाने में लग गए. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम सुबह 5 बजे गांव पहुंची और लगभग 8 बजे भालू को सुरक्षित कुएं से बाहर निकाल लिया गया.
3 घंटे रेस्क्यू कर भालू को कुएं से निकाला
कुएं से निकलने के बाद भालू वापस जंगल में चला गया. भालू को सही सलामत देखकर वन विभाग और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली. ओड़गी गांव घने जंगलों से घिरा हुआ है. यहां आए दिन भालू और हाथी गांव में घुसते रहते हैं.
कुएं में गिरे भालू को वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला
बीते दिनों कोरिया जिले के जनकपुर के ग्राम पंचायत चुल (Gram Panchayat of Chul) में भी जंगल से भटकता हुआ भालू गांव के एक कुएं (bear fell in the well) में गिर गया था. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. जिसके बाद कई घंटे की कोशिश के बाद वन विभाग की टीम (forest department team) ने ग्रामीणों की मदद से भालू को कुएं से बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया.