सूरजपुर: कोरोना संकट के बीच केन्द्र और राज्य सरकार ने सभी प्राइवेट स्कूलों से शिक्षकों को वेतन देने की अपील की थी. जिसे दरकिनार करते हुए क्षेत्र में मौजूद एक प्राइवेट स्कूल अपने शिक्षकों को वेतन नहीं दे रहा है. जिससे स्कूल के शिक्षक तंगहाली में जीने को मजबूर हैं.
कोरोना संकट के दौरान केन्द्र और राज्य सरकार ने लॉकडाउन किया है और प्राइवेट स्कूलों और अन्य प्राइवेट संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने की बात कही थी.
शिक्षकों को वेतन देने के लिए ज्ञापन सौंपा
गुरुवार को छत्तीसगढ़ छात्र संगठन (जोगी) के सदस्य सरफराज पठान ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर के नाम जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कहा गया है कि सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल प्रबंधन 6 महीने से वेतन नहीं दिया है.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षक
लॉकडाउन के पहले से भी तनख्वाह नहीं मिलने से शिक्षक गंभीर आर्थिक स्थिति से गुजर रहे हैं. उनके सामने खाने की भी परेशानी खड़ी हो गई है.
सहायता राशि देने की मांग
छत्तीसगढ़ छात्र संगठन (जोगी) के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कलेक्टर को इस समस्या से अवगत कराया है. उन्होंने 3 दिन के अंदर हर शिक्षक को 10-10 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की मांग की है.
मामले की जांच के निर्देश
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी वीके राय ने बताया कि कुछ छात्र संगठन के प्रतिनिधि उनके पास आए थे. जिन्होंने ज्ञापन के माध्यम से जानकारी दी है, जिसे बीईओ सूरजपुर को मामले को संज्ञान में लेकर जांच करने का निर्देश दिया गया है.
भूख हड़ताल की चेतावनी
छत्तीसगढ़ छात्र संगठन (जोगी) ने कहा कि तीन दिन के अंदर कार्रवाई नहीं होने पर वो भूख हड़ताल पर बैठेंगे.