सरगुजा: सूरजपुर के रामकोला स्थित एलिफेंट रेस्क्यू सेंटर से महीने भर पहले एक हाथी लापता हो गया था. जिसे बीते कल वन अधिकारियों को पकड़ने में सफलता मिली है. कुमकी हाथी दुर्योधन को वन विभाग के तीन सदस्यीय चिकित्सा दल ने ट्रेंक्यूलाइज किया. जिसके बाद उसे बेहोशी की हालत में ही कुमकी हाथियों की मदद से वापस रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया गया. लापता रहने के दौरान जंगल में हाथियों से संघर्ष में दुर्योधन ने अपना एक दांत गंवा दिया है.
कैसे हो गया था लापता? : पिछले महीने 24 जुलाई को महावत सभी कुमकी हाथियों को लेकर नियमित ट्रेकिंग पर निकले थे. घूमने-फिरने के बाद हाथियों को भूख मिटाने के लिए जंगल में छोड़ दिया गया था. इस दौरान दुर्योधन अपने साथी हाथियों को छोड़कर पास के जंगल में मौजूद हाथियों के दल में शामिल हो गया था. कुमकी हाथी दुर्योधन के अचानक लापता होने से वन विभाग परेशान था. वन विभाग के अधिकारियों ने बिलासपुर कानन पेंडारी के डॉ पराग निगम सहित अन्य चिकित्सकों को बुलाकर कुमकी हाथी को पकड़ने का अभियान चलाया. इस दौरान हाथियों के दल में शामिल दुर्योधन को अलग करने की काफी कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
ऐसे पकड़ा गया दुर्योधन: लापता हाथी दुर्योधन को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया. रायपुर के पशु चिकित्सक डॉ राकेश वर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम को बुलाया गया था. शुक्रवार को खोड़ जंगल में दुर्योधन को ट्रेंक्यूलाइज किया था. जिसे कुमकी हाथियों की मदद से बेहोशी की हालत में रेस्क्यू सेंटर रमकोला में दाखिल किया. रेस्क्यू सेंटर से खोड़ जंगल की दूरी 20 किलोमीटर से अधिक है. इसलिए सेंटर तक आने में हाथियों को दो दिन का समय लग गया.
"कुमकी हाथी दुर्योधन को पकड़ने के लिये टीम लगातार प्रयास कर रही थी. दुर्योधन को ट्रेक्यूलाइज करने के बाद रविवार को उसे रामकोला रेस्क्यू सेंटर लाया गया है. अस्वस्थ होने के कारण डॉक्टरों की निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा है." - श्रीनिवास तन्नेटी, उप संचालक, रामकोला रेस्क्यू सेंटर
संघर्ष में गंवाया दांत, गैंग्रीन होने का खतरा: रेस्क्यू सेंटर से 5 किलोमीटर दूर घूम रहे दल में दुर्योधन अपने साथियों को छोड़कर शामिल हो गया था. दुर्योधन को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी. दल के नर हाथियों ने मादा हाथियों के साथ उसकी लगातार बढ़ती नजदीकी को देख उस पर हमला कर दिया. एक सप्ताह पहले नर हाथियों के साथ हुए संघर्ष में दुर्योधन का एक दांत टूट गया है. उसका इलाज चल रहा है.