सूरजपुर: जिले में नाबालिगों के खिलाफ अपराध बढ़ता जा रहा है. पुलिस(surajpur police) के पास आए दिन नाबालिगों के अपहरण (kidnapping of minors) और गुमशुदगी की रिपोर्ट आती थी. पुलिस ने एक्शन लेते हुए एसटीएफ का गठन किया. इसमें पुलिस को लगातार सफलता हासिल हुई. एसटीएफ(STF) ने कार्रवाई करते हुए 35 गुमशुदा नाबालिगों को उनके परिजनों को सौंप दिया है.
राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में क्राइम ब्रांच को भंग कर दिया था. जिला पुलिस के पास कोई टीम नहीं थी. कई मामलों में इस वजह से विभाग के सामने मुश्किलें खड़ी हो जाती थी. सूरजपुर एसपी(Surajpur SP) ने जिले में एसटीएफ का गठन किया. जिले में नाबालिग लड़कियों के अपहरण के सबसे ज्यादा मामले दर्ज थे. पुलिस कप्तान ने पांच टीम बनाकर प्रदेश और प्रदेश के बाहर भेजा.
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इस टीम के हाथ बड़ी सफलता लगी. 2021 में नाबालिग लड़कियों के अपहरण के 37 केस दर्ज हुए थे, जिसमें से 35 को सकुशल बरामद कर घर भेज दिया गया है. इस केस में 50 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अभी भी 2 लड़कियां गुमशुदा है जिसकी तलाश में एसटीएफ की टीम अन्य राज्यों में गए हुई है. उनकी भी जल्द बरामदगी कर ली जाएगी.
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टीम ने प्रदेश के कई जिले सहित उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली जैसे राज्यों नाबालिगों को बरामद किया है. सभी को सकुशल उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.ये टीम अन्य गभीर अपराधों में फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है. एसटीएफ के इस कार्रवाई से अपराधियों में डर का महौल है. अपनी बच्चियों को पाकर परिजन काफी खुश है. सभी पुलिस के काम की तरीफ कर रहे हैं. परिजनों ने विभाग का धन्यवाद किया है. घर लौटने बाद बच्चे भी अपना भविष्य बनाने में जुट गए हैं. कई बच्चियों ने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर दी है. पुलिस लगातार जिले में हो रहे अपराधों पर नजर बनाए हुए है.