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गुहार लगाकर थक चुके ग्रामीणों ने सड़क पर ही कर दी धान की रोपाई

सलका गांव के लोगों ने सड़क पर ही रोपाई कर प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है.

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Published : Aug 28, 2019, 8:57 AM IST

Updated : Aug 28, 2019, 3:30 PM IST

सड़क पर की रोपाई

सूरजपुर : सूरजपुर के सलका गांव में एक अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला, जब अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए लोगों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर दी. दरअसल, ग्रामीणों की ओर से लगातार खराब सड़क को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, लेकिन किसी तरह की सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने इस अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया.

सड़क पर कर दी धान की रोपाई

सूरजपुर के सलका गांव के माझापारा में लगभग 20 सालों से ग्रामीण सड़क की आस लगाए बैठे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दिनों में लगभग एक किलोमीटर तक की सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है. इससे वहां रह रहे लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है.

पढ़ें : भूपेश कैबिनेट ने लिए ये अहम फैसले, यहां पढ़ें

'माइंस की गाड़ियों के कारण सड़क का बुरा हाल'
ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना इसी मार्ग से स्कूली बच्चे पढ़ने जाते हैं, जिससे उनके कपड़े कीचड़ में गंदे हो जाते हैं और बरसात के दिनों में सूख भी नहीं पाते हैं. इससे स्कूल जाने में इन्हें काफी परेशानी होती है. वहीं अन्य लोगों का कहना है कि माइंस की गाड़ी इस सड़क से होकर गुजरती हैं, जिससे रोड की हालत बद से बद्तर हो गई है.

'जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से लगा चुके हैं गुहार'
उनका कहना है कि कई बार तो यहां दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगती है. इस मार्ग की मरम्मत के लिए ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी उदासीनता के कारण उन्हें कीचड़ में तब्दील मार्ग में धान की रोपाई करनी पड़ी ताकि प्रशासन की आंख खुल सके.

'मामला पंचायत का है'
इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मामला पंचायत स्तर का है. सड़क पर धान की रोपाई करना गलत है. हालांकि सीईओ ने जल्द ही समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया है.

सूरजपुर : सूरजपुर के सलका गांव में एक अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला, जब अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए लोगों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर दी. दरअसल, ग्रामीणों की ओर से लगातार खराब सड़क को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, लेकिन किसी तरह की सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने इस अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया.

सड़क पर कर दी धान की रोपाई

सूरजपुर के सलका गांव के माझापारा में लगभग 20 सालों से ग्रामीण सड़क की आस लगाए बैठे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दिनों में लगभग एक किलोमीटर तक की सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है. इससे वहां रह रहे लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है.

पढ़ें : भूपेश कैबिनेट ने लिए ये अहम फैसले, यहां पढ़ें

'माइंस की गाड़ियों के कारण सड़क का बुरा हाल'
ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना इसी मार्ग से स्कूली बच्चे पढ़ने जाते हैं, जिससे उनके कपड़े कीचड़ में गंदे हो जाते हैं और बरसात के दिनों में सूख भी नहीं पाते हैं. इससे स्कूल जाने में इन्हें काफी परेशानी होती है. वहीं अन्य लोगों का कहना है कि माइंस की गाड़ी इस सड़क से होकर गुजरती हैं, जिससे रोड की हालत बद से बद्तर हो गई है.

'जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से लगा चुके हैं गुहार'
उनका कहना है कि कई बार तो यहां दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगती है. इस मार्ग की मरम्मत के लिए ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी उदासीनता के कारण उन्हें कीचड़ में तब्दील मार्ग में धान की रोपाई करनी पड़ी ताकि प्रशासन की आंख खुल सके.

'मामला पंचायत का है'
इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मामला पंचायत स्तर का है. सड़क पर धान की रोपाई करना गलत है. हालांकि सीईओ ने जल्द ही समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया है.

Intro:लगभग 20 वर्षों से सड़क की आस लगाए ग्रामीणों को जब सड़क नसीब नहीं हुआ तो सड़क को ट्रैक्टर से जोत कर ग्रामीणों ने खेती कर सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने का अनूठा नजारा देखने को मिला ग्राम सलका के झारपारा में जहां गांव के लोगों ने सड़क पर ही रोपा किया अपना विरोध प्रदर्शन


Body:सूरजपुर के सलका गांव के माझा पारा में बारिश के दिनों में ग्रामीणों को कीचड़ में तब्दील मार्ग से गुजरना पड़ता है जिसे लेकर ग्रामीण इन दिनों काफी आक्रोशित है जहां लगभग 1 किलोमीटर के कीचड़ में तब्दील सड़क पर रोजाना हजारों गाड़ियां आती जाती हैं क्योंकि यह रास्ता कोल माइंस कि और भी जाता है जिसके कारण सड़क की हालत और भी दयनीय हो गई है रोजाना इसी मार्ग से स्कूली बच्चे भी पढ़ने जाते हैं जिससे उनके कपड़े इस कीचड़ में गंदे हो जाते हैं और बरसात के दिनों में सुख भी नहीं पाते हैं जिससे स्कूल जाने में इन्हें काफी परेशानी होती है वही ग्रामीणों को भी आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है कई बार तो यहां दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं और कई लोगों को कीचड़ में गिरने से चोटे भी आई हैं इस मार्ग के मरम्मत के लिए ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी उदासीनता के कारण अब ग्रामीण कीचड़ में तब्दील मार्ग में धान की रोपाई पिछले 3 दिनों से किए जा रहे हैं और अधिकारियों को चेतावनी दे रहे हैं लेकिन यहां जनप्रतिनिधि और अधिकारी आंखें मूंद बैठे हैं वहीं ग्रामीणों का गुस्सा आगामी दिनों में आंदोलन का रूप लेने जा रहा है ऐसे में जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मामला पंचायत स्तर का है जिस पर ग्रामीणों का नाराजगी से सड़क पर धान की रोपाई करना गलत है हालांकि सीओ ने जल्द ही पहन कर समस्या का निराकरण कराने का विश्वास दिलाया है


Conclusion:बाहर हाल इन ग्रामीणों ने अपनी मांग को रखने के लिए एक अनूठा पहल किया है अब देखने वाली बात होगी कि जनप्रतिनिधियों के और अधिकारियों के कान में जू कब तक रहती है और कब उन्हें इन ग्रामीणों के दुख का एहसास होता है और यह सड़क कब बनती है

बाईट - ग्रामीण
बाईट - ग्रामीण
बाईट- अश्वनी देवांगन सीईओ जिला पंचायत सूरजपुर
Last Updated : Aug 28, 2019, 3:30 PM IST
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