सूरजपुर : सूरजपुर के सलका गांव में एक अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला, जब अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए लोगों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर दी. दरअसल, ग्रामीणों की ओर से लगातार खराब सड़क को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, लेकिन किसी तरह की सुनवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने इस अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया.
सूरजपुर के सलका गांव के माझापारा में लगभग 20 सालों से ग्रामीण सड़क की आस लगाए बैठे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दिनों में लगभग एक किलोमीटर तक की सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है. इससे वहां रह रहे लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है.
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'माइंस की गाड़ियों के कारण सड़क का बुरा हाल'
ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना इसी मार्ग से स्कूली बच्चे पढ़ने जाते हैं, जिससे उनके कपड़े कीचड़ में गंदे हो जाते हैं और बरसात के दिनों में सूख भी नहीं पाते हैं. इससे स्कूल जाने में इन्हें काफी परेशानी होती है. वहीं अन्य लोगों का कहना है कि माइंस की गाड़ी इस सड़क से होकर गुजरती हैं, जिससे रोड की हालत बद से बद्तर हो गई है.
'जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से लगा चुके हैं गुहार'
उनका कहना है कि कई बार तो यहां दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगती है. इस मार्ग की मरम्मत के लिए ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी उदासीनता के कारण उन्हें कीचड़ में तब्दील मार्ग में धान की रोपाई करनी पड़ी ताकि प्रशासन की आंख खुल सके.
'मामला पंचायत का है'
इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि मामला पंचायत स्तर का है. सड़क पर धान की रोपाई करना गलत है. हालांकि सीईओ ने जल्द ही समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया है.