सूरजपुर: प्रतापपुर और प्रेमनगर इलाके में हाथी किसानों के लिए बड़ी समस्या हैं. इलाके में आए दिन हाथी फसलों को रौंद देते हैं, कभी किसानों के मकान को जमीदोज़ कर देते हैं. वन विभाग की नाकामी और किसानों का गुस्सा इलाके के लिए आम बात है. शुक्रवार को होने वाले मतदान से पहले हाथियों को लेकर मतदान दल के बीच डर बना हुआ है. वोटरों को भी डर है कि हाथी कहीं वोट के दौरान मतदान केंद्रों के करीब न पहुंच जाएं. प्रचार के दौरान तो सियासी पार्टियों ने हाथी प्रभावित इलाकों में काफी बच बचाकर प्रचार किया था.
कहीं हाथी खलल न डालें: हाथी प्रभावित इलाका होने के चलते चुनाव आयोग भी काफी सतर्कता बरत रहा है. आयोग ने मतदान दलों को इलाके के बारे में पूरी जानकारी दी है. हाथी के आने पर क्या करना है और क्या नहीं करना है. हालाकि मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिहाज से जवान तैनात रहेंगे. फिर भी आयोग कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता है. वोटरों को भी चुनाव आयोग ने हाथियों से दूर रहने की हिदायत दी है. वोटरों से कहा है कि हाथियों के आने जाने का जो कारिडोर है उस क्षेत्र में नहीं जाएं. प्रशासन ने कहा है कि हाथियों की ट्रैकिंग की जा रही है, उनके मूवमेंट के हिसाब से लोगों को अलर्ट भी किया जा रहा है.
सुरक्षित मतदान की तैयारी पूरी: मतदान बिना बाधा के हो और सुरक्षित हो इस बात की पूरी तैयारी आयोग ने की है. मतदान दल से लेकर गांव वालों तक को आयोग की टीम गांव गांव जाकर जागरुक कर रही है. चुनाव आयोग की टीम चाहती है कि लोग बिना किसी डर भय के मतदान केंद्र पर आकर वोट डालें. सूरजपुर का प्रतापपुर और प्रेमनगर इलाका सालों से हाथी प्रभावित इलाकों में गिना जाता रहा है. शुक्रवार को होना वाला मतदान हाथियों से प्रभावित न हो ये चुनाव आयोग भी चाहता है और आम वोटर भी.