सूरजपुर: जितेंद्र ठाकुर नाम के शख्स ने आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप (Serious allegations against Surajpur District Excise Department) लगाए हैं. जितेंद्र का आरोप है कि घर पर उनका 15 वर्षीय लड़का अकेले था, तभी आबकारी विभाग की 8 सदस्यीय टीम उनके घर पर आ धमकी और घर की तलाशी ली. इस तलाशी के दौरान उनके पूरे घर को अस्त व्यस्त कर दिया गया. जिसका वीडियो भी पीड़ित के द्वारा जारी किया गया है. हालांकि तलाशी में कुछ नहीं मिला और आबकारी टीम को खाली हाथ वापस जाना पड़ा.
आबकारी विभाग की टीम पर आरोप: जितेंद्र ठाकुर का आरोप है कि आबकारी विभाग की टीम के जाने के बाद जब घर वालों के द्वारा अलमारी को देखा गया, तो उसमें से 27 हजार रुपए नगद और एक मंगलसूत्र, जिसकी कीमत 13 हजार रुपए बताई जा रही है, वह गायब था. पीड़ित ने इसकी शिकायत झिलमिली थाना में की है. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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क्या कहते हैं अधिकारी: थाना प्रभारी झिलमिली नरेंद्र सिंह का कहना है कि ''आवेदक जितेंद्र कुमार ठाकुर पिता रामविलास ठाकुर ने बताया है कि 15 सितंबर को आबकारी विभाग की टीम पहुंची थी. इस टीम में 8 सदस्य थे. आबकारी टीम ने घर पर छापामार कार्रवाई की गई. घर में सामान की तलाशी ली गई है. वहां रखा 27 हजार नगद और मंगलसूत्र नहीं है. इस कार्रवाई के दौरान घर पर 15 साल का बच्चा घर पर मौजूद था. घर पर कोई वरिष्ठ सदस्य मौजूद नहीं था. आवेदन मिला है. इसकी जांच की जाएगी. वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी जाएगी. हमें आबकारी विभाग की ओर से छापा की कार्रवाई की कोई सूचना नहीं दी गई थी.''