सूरजपुर: कोरोना वायरस के खिलाफ पूरा देश युद्धस्तर पर लड़ाई लड़ रहा है. महामारी की इस स्थिति में हर नागरिक अपनी भूमिका निभा रहा है. डॉक्टर्स,पुलिसकर्मी,सफाईकर्मी दिन रात काम में जुटे हुए हैं. ये कोरोना वारियर्स अपनी परवाह किए बगैर लोगों की मदद कर रहे हैं. जहां एक ओर डॉक्टर्स दिन रात जुटे हुए हैं, वहीं सफाईकर्मी भी पीछे नहीं हैं. सफाईकर्मी पूरे शहर के सैनिटाइजेशन का जिम्मा उठाए हुए हैं. सूरजपुर में भी सफाईकर्मी लगातार स्प्रे मशीन की मदद से दवा का छिड़काव कर रहे हैं. आलम ये है कि अब इनके पीठ में छाले पड़ने लगे हैं.
जोगी के गले में फंसा था गंगा इमली का बीज, हालत नाजुक: डॉक्टर
नगर पंचायत प्रतापपुर में केवल 3 ही सफाईकर्मी हैं. पूरे क्षेत्र में सैनिटाइजर का छिड़काव ये तीन सफाईकर्मी ही करते हैं. ऐसे में सैनिटाइजर का टैंक पीठ में टांगने से सफाइकर्मी के पीठ पर छाले पड़ गए हैं. इनका इलाज सीएमओ ने किया था, जिसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी, लेकिन सिर्फ तीन सफाइकर्मी होने की वजह से उन्हें काम पर लौटना पड़ा.
दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों की मदद के लिए सीएम ने दिए निर्देश
सफाईकर्मी सुशील, राजकुमार और कोमल टोप्पो की ड्यूटी शहर में सैनिटाइजर का छिड़काव करने के लिए लगाया गया है. स्प्रे मशीन को पीठ पर टांगकर ये सफाईकर्मी स्प्रे का छिड़काव करते हैं, ऐसे में स्प्रे मशीन का वजह और उससे रिसने वाले केमिकल की वजह से सफाईकर्मियों की पीठ पर छाले पड़े लगे हैं.
सीएमओ ने आराम की दी थी सलाह
इस बात की जानकारी मिलने के बाद सीएमओ राजेश कुशवाहा ने उन्हें डॉक्टर को दिखाकर दवाईयां दे दी थी. इसके साथ ही उन्हें आराम करने की सलाह दी थी. लेकिन कर्मचारी कम होने की वजह से उन्हें काम पर लौटना पड़ा. सफाईकर्मी ने बताया कि, उन्हें पीठ में जलन और दर्द दोनों है. वे अभी स्प्रे का काम नहीं कर रहे, लेकिन बाकि के अन्य काम कर रहे हैं. सीएमओ ने कहा कि 'उनके अभी भी काम करने की जानकारी नहीं है. उन्हें आराम के लिए कहा जाएगा और सफाईकर्मियों की कमी की स्थिति में शहर को सैनिटाइज करने के लिए कोई और व्यवस्था देखी जाएगी.