सूरजपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया था. इस दौरान कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए जेल में बंद कैदियों को परिजनों से मिलने पर पाबंदी लगा दी गई थी. जिसके कारण कैदियों को डिप्रेशन जैसी समस्या होने लगी थी. इसे देखते हुए सूरजपुर जेल मुख्यालय ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. जेल मुख्यालय के फैसले के मुताबिक अब हफ्ते में एक बार कैदियों को उनके परिजन या वकील से 5 मिनट बात करने दिया जाएगा.
सूरजपुर सहायक जेल अधीक्षक मुकेश कुशवाहा ने बताया कि जेल में कैदियों को 10 जून से ही उनके परिजनों से बात करने की अनुमति दे दी गई है. जिसकी शुरुआत सूरजपुर जेल से की गई. रोजाना 25 से 30 कैदी अपने परिवार और वकील से बात कर सकेंगे. इसके लिए एक नंबर भी अलॉट किया गया है. 930 1969 813 इस नंबर से हर कैदी को हफ्ते में एक बार अपने परिजन या अधिवक्ता से बात कराई जाएगी, जिससे कैदियों के चेहरे खिल उठे हैं.
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बता दें कि सूरजपुर में अब तक कोरोना के 14 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है, जिनमें से 8 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं. वहीं जिले में एक्टिव केसों की संख्या 6 है, जिनका इलाज अभी जारी है. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार 400 से ज्यादा हो गई है. अब तक 23 जिलों में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. प्रदेश में कोविड 19 के एक्टिव केस की संख्या 875 है. इस बीच प्रदेश के लिए राहत भरी खबर ये भी है कि यहां मौत के आंकड़े स्थिर हैं. छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना से 6 लोगों की मौत हो चुकी है.