सूरजपुर: जिले में खाद्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. खाद्य विभाग ने पंडो जनजाति की एक महिला को मृत घोषित कर दिया, जिससे इस परिवार को राशन नहीं मिल पा रहा है. पीड़ित ने लगातार इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की. लेकिन इस गरीब परिवार की परेशानी खत्म नहीं हुई. मामला मीडिया में सामने आने के बाद अब खाद्य विभाग के अधिकारी ने पीड़ित महिला का राशन कार्ड बनाने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही हैं.
ये है मामला: धडसेडी गांव में रहने वाली पंडो जनजाति की महिला का नाम कलावती है. इस महीने जब वो राशन के लिए शासकीय राशन दुकान पर गई तो ये उसे ये कहकर लौटा दिया गया कि उसका राशन किसी और ने ले लिया है. पीड़ित अपने पति के साथ शिकायत लेकर सूरजपुर खाद्य विभाग पहुंची. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उसे सरकारी रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया है, इस वजह से उसका राशन कार्ड प्रतापपुर इलाके के किसी दूसरे परिवार को एलॉट कर दिया गया है. ये सुनकर पंडो परिवार के होश उड़ गए. आमदनी का कोई जरिया नहीं होने पर सरकारी राशन के सहारे ही वे अपनी भूख मिटा रहे थे लेकिन वो भी छिन गया.
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अधिकारी की दलील: इस पूरे मामले को लेकर जिला खाद्य अधिकारी की अपनी ही दलील है. जिला खाद्य अधिकारी विजय किरण का कहना है कि फॉर्म में टिक मार्क लगाने के दौरान गलती हो गई. हालांकि उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है. एक तरफ भूपेश बघेल देशभर में अपनी नई नई योजनाएं गिना रहे हैं तो दूसरी तरफ अधिकारी योजनाओं को गरीब जनता तक पहुंचाने में रोड़े अटका रहे हैं.