सरगुजा: अंबिकापुर शहर में खाली प्लॉट पर कचरा फेंकने पर प्लॉट के मालिक पर कार्रवाई होगी. नगर निगम शहर में खाली पड़े प्लॉट पर फेंके गए कचरे की सफाई कर रहा है. अभियान चला कर खाली प्लॉट साफ कराया जा रहा है. सफाई के साथ ही जमीन के मालिक को नोटिस जारी किया गया कि ताकि भविष्य में यदि वो वहां कचरा फेंकते हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. शहर के कुछ प्लॉट मालिकों पर नगर निगम ने जुर्माना भी लगाया है.
प्राइवेट जमीन पर कचरा: स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में डोर टू डोर कचरा प्रबंधन किया जाता है. अम्बिकापुर में डंप यार्ड नहीं है. ये देश का पहला शहर है, जिसने सबसे पहले डंप यार्ड खत्म कर उसे गार्डन में तब्दील कर दिया था. नगर निगम के इस कचरा प्रबंधन को देशभर में अपनाया जा रहा है. लेकिन कुछ लोगों की वजह से अम्बिकापुर का नाम खराब हो रहा है. क्योंकि प्राइवेट जमीन की सफाई नगर निगम नहीं कर सकता.
यह भी पढ़ें: Arpa river Bilaspur : श्री अन्न योजना की मुहिम से जुड़ेगा बिलासपुर, अरपा नदी के किनारे होगी मिलेट्स की खेती
आपका घर, नगर निगम नहीं करेगा साफ: शहर में कुछ ऐसे खाली प्लॉट हैं, जो खुद अपनी जमीन पर कचरा फेंकते हैं. लोगों को इससे रोकते भी नही हैं. शहर में रिंग रोड के किनारे और वार्डों में सैकड़ों ऐसे प्लॉट हैं, जिनमें झाड़ी उगी हुई है, पानी जमा हुआ है. कचरे से भरे ये प्लॉट अम्बिकापुर की स्वच्छता पर धब्बे की तरह नजर आते हैं.
खाली पड़े गंदे प्लॉट का पता लगाया गया: शहर में खाली प्लॉट जहां कूड़े हैं उसका पता लगाया जा रहा है. उनमें सफाई कराई जा रही है. निगम का सफाई विभाग इन खाली प्लॉट्स का चिन्हांकन कर उससे कचरा निकाल रहा है. इसके साथ ही जमीन के मालिकों का पता लगाकर, उन्हें नोटिस दिया जा रहा है. यदि भविष्य में खाली या फिर खुली जमीन पर कचरा फेंका जाता है, तो जमीन के मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अब तक 63 खुले प्लॉट मिले: नगर निगम की टीम ने शहर में कुल 63 खुले गड्ढे वाले प्लॉट का चिन्हांकन किया है. जहां कचरा फेंका जा रहा है. इन स्थानों पर लोग कचरा फेंक रहे हैं. अब तक कुछ गड्ढों से 12 ट्रैक्टर से अधिक मलबा निकाला जा चुका है. इसमें से प्लास्टिक सहित अन्य उपयोगी कचरे को एसएलआरएम सेंटर की दीदियों ने निकाल लिया है और बाकी कचरे को डिस्पोज किया जा रहा है.
कराई जा रही है सफाई: अम्बिकापुर नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगईं ने बताया कि "नगर निगम में खाली और गड्ढे वाली जमीनों का चिन्हांकन किया जा रहा है. उसके मालिकों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है. खाली प्लॉट की सफाई कराई जा रही है और कुछ स्थानों पर जुर्माना भी लगाया गया है. खुले में कचरा फेंकना मना है, लोग डोर टू डोर कचरा प्रबंधन के तहत दीदियों को कचरा दें. लोग अपने खाली प्लॉट पर खुद कचरा फेंकते है, ताकि उनकी जमीन की फिलिंग हो जाये. इस तरह के प्लॉट के कारण शहर गंदा दिखता है. इसमें नोटिस दी गई है, आगे जुर्माने की कार्रवाई भी की जायेगी."