सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोयले का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. खनिज संपदा से भरपूर सरगुजा में लगता है अब कोल माफिया को पुलिस-प्रशासन का डर भी नहीं रहा. तभी यहां धड़ल्ले से कोयले का काला कारोबार जारी है और पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बनी है.
करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान
सरगुजा के लखनपुर थाना इलाके के गुमगराकला गांव में कोयला तस्कर इन दिनों धड़ल्ले से कोयले की तस्करी कर रहे हैं. यहां कोयले की खुलेआम तस्करी हो रहा है. इतना ही नहीं पहले तो अवैध कोयला खदान में मजदूरों से कोयला निकलवाया जाता है और छोटे वाहनों में लोड कर इसे बड़े बाजारों में भेजा जा रहा है. इससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है.
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
कोयले की कालाबाजारी में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. अभी कुछ दिनों पहले ही कुछ मीडियाकर्मियों ने कोयले से भरी एक ट्रैक्टर को पकड़कर इसकी सूचना पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस की टीम मौके पर पहुंची ही नहीं. जिसके कारण तस्कर वहां से भागने में सफल रहे. कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि कोयले के इस काले धंधे में पुलिस भी तस्करों का सहयोग कर रही है. हालांकि, कभी-कभी पुलिस कार्रवाई भी कर रही है. अभी हाल ही में पुलिस ने अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो ट्रैक्टर के साथ 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.