सूरजपुर: जिले में रेत घाटों की नीलामी कर दी गई है. इसी के साथ अनुमति वाले रेत घाटों की आड़ में अवैध रेत खनन का काम भी शुरू हो गया है. इसपर स्थानीय लोगों के साथ बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दी है.
सूरजपुर में अवैध रेत खनन का काम लंबे समय से चल रहा है. छत्तीसगढ़ में सरकार ने नई रेत नीति लागू की है. नई रेत नीति के तहत चिन्हांकित रेत घाटों के लिए निविदा जारी किया गया था. इसमें 36 रेत घाटों पर खनन की अनुमति दी गई है. अनुमति के बाद ठेकेदार रेत खनन में जुटे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि पहले जिन रेत घाटों से रेत निकाला जा रहा था, वहां अभी भी खनन जारी है. आरोप है कि ठेकेदार नुमति वाले रेत घाट के अलावा दूसरे जगहों से भी रेत खनन कर रहे हैं.
ग्रीमणों ने लगाये गंभीर आरोप
ताजा मामला जिले के प्रतापपुर विकासखंड के प्रति पारा गांव का है. ग्रामीणों का आरोप है कि सती पारा में केवल एक ही रेत घाट की मंजूरी मिली है, लेकिन ठेकेदार दो जगहों से रेत का खनन कर रहे हैं. इधर, जिले के खनिज अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिली है. जिसपर जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
आंदोलन की तैयारी में बीजेपी
बीजेपी अवैध रेत खनन पर सरकार को घेरने की तैयारी में जुटी है. समय-समय बीजेपी इसे लेकर स्थानीय स्तर पर आंदोलन भी कर रही है. भाजपा जिला अध्यक्ष बाबूलाल गोयल ने बताया कि जल्द ही भाजपा अवैध रेत उत्खनन के मुद्दे पर प्रदेश सरकार के विरुद्ध आंदोलन की तैयारी में है.