सूरजपुर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का आखिरी दिन है. वहीं जिले में अब तक कई किसानों के धान खरीदी नहीं होने की बात सामने आ रही है. किसान धान बेचने की अनुमति लेने के लिए गुरुवार को एसडीएम से मुलाकात करने पहुंचे, लेकिन एसडीएम के वहां मौजूद न होने से किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा. इसके बाद किसान खासा परेशान नजर आ रहे हैं.
जिले में धान खरीदी शुरू होते ही इस साल किसानों की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही है, पिछले साल की तुलना इस साल जिले में कम धान खरीदने का टारगेट दिया गया था. वहीं इस साल धान की अच्छी फसल होने से किसानों ने ज्यादा से ज्यादा धान बेचने की उम्मीद जताई थी, लेकिन आज धान खरीदी की आखिरी तारीख है.
किसानों ने सरकार को याद दिलाया चुनावी वादा
किसानों का कहना है कि 'जिले में अभी तक 25 फीसदी किसान धान नहीं बेच पाए हैं. कई ऐसे किसान है जिनका टोकन भी कट चुका है इसके बावजूद किसानों का धान नहीं बिक पाया है.' वहीं मामले में किसानों का आरोप है कि 'शासन-प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है.' किसानों का कहना है कि 'यदि उनका धान नहीं खरीदा जाएगा तो उनके ऊपर आर्थिक संकट आ सकता है और जिले में आत्महत्या जैसी स्थिती बन सकती है.' किसानों ने भूपेश सरकार को चुनावी वादा याद दिलाते हुए कहा कि 'यदि उनका धान नहीं खरीदा गया तो वे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.'