सूरजपुर : पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों आई फ्लू का कहर है.इससे सूरजपुर भी अछूता नहीं है. जिले में रोजाना 10 से 15 मरीजों में आई फ्लू की पुष्टि हो रही है. अब तक पूरे जिले में 600 से ज्यादा मरीज इसकी चपेट में आ चुके हैं. आपको बता दें कि आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है. इस बीमारी के कारण आंखों में तेज जलन और चुभन होती है.
जिले में तेजी से पैर पसार रहा आई फ्लू : सूरजपुर जिले में आई फ्लू से संक्रमित मरीजों की संख्या 600 को पार कर चुकी है.इस संक्रमण के कारण मरीजों की आंखें लाल हो रही हैं.सूजन के साथ आंखों से पानी आ रहा है. यदि आंखों का संक्रमण तीन दिनों के अंदर नहीं जाता तो इसे गंभीर मानते हुए डॉक्टरी परामर्श लेने की सलाह दी जा रही है. स्कूल और छात्रावास में स्वास्थ्य विभाग की टीमें कैंप लगाकर आई फ्लू का इलाज कर रही है.
''जिन बच्चों को इंफेक्शन हो रहा है उन्हें चश्मा पहनने की हिदायत दी जा रही है.इसके अलावा बच्चों को आईसोलेट किया जा रहा है.वहीं जिन मामलों में संक्रमण ज्यादा है. उन्हें घर भेजा जा रहा है.वैसे स्कूल में बच्चों की देखभाल करने की सारे इंतजाम हैं.तीन टाइम आई ड्राप्स दिया जा रहा है.और जो भी जरुरत है उन्हें उपलब्ध कराई जा रही है.''-सोमनाथ मलिक, सहायक प्राचार्य
छूने से नहीं फैलता आई फ्लू : ज्यादातर व्यक्तियों का कहना है कि आई फ्लू संक्रमण एक दूसरे को छूने से फैलता है.लेकिन इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि ना तो यह हवा के माध्यम से फैलता है और ना ही आई कांटेक्ट से. यह संक्रमित व्यक्ति की इस्तेमाल की गई चीजों से एक से दूसरे व्यक्ति में जाता है.
''यह घबराने और डरने वाले बीमारी नहीं है. हालांकि बीमारी संक्रमित होने की वजह से एहतियात बरतने की जरूरत है. जिस गांव में या छात्रावास, स्कूल में अधिक मामले आ रहे हैं. वहां स्वास्थ्य विभाग को कैंप लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं.'' - डॉक्टर आर एस सिंह,सीएमएचओ
क्या है आई फ्लू और उसके लक्षण ? : आई फ्लू को आम भाषा में आंख आना या कंजेक्टिवाइटिस कहते हैं. इस बीमारी का वायरस दूषित वातावरण में एक से दूसरे तक पहुंचता है. संक्रमण ज्यादातर छूने और हवा से होता है. आई फ्लू के दौरान आंखें लाल हो जाती है. इसमें ये जरुरी नहीं की दोनों आंखों में ही संक्रमण हो. एक आंख भी संक्रमित हो सकती है.आंखों में सूजन के साथ तेज जलन होती है. आंखों में कीचड़ आने लगता है. जिसके कारण आंखें नहीं खुलती. कई बार आंखों में पानी आने लगता है.
आई फ्लू के दौरान ये सावधानी बरतें: आई फ्लू संक्रमण से फैलता है. इसलिए आई फ्लू होने के दौरान साफ सफाई का ध्यान रखना जरुरी है. यदि घर में किसी को आई फ्लू है तो उसके इस्तेमाल की हुई चीजों को ना छूएं. ना ही उन्हें आम चीजों में मिलाएं. मरीज को हर आधे घंटे में ठंडे पानी से आंख धोने को कहें.काले या गहरे रंग के चश्में पहने, तेज रोशनी, मोबाइल और टीवी से संक्रमण के दौरान दूरी बनाए रखे. जितना हो सके आंखों को आराम दें.