सूरजपुर: प्रतापपुर वन परीक्षेत्र में फिर एक व्यक्ति को हाथी ने मौत के घाट उतार दिया है. 55 साल के रामधारी बीते शनिवार को अपनी बेटी के ससुराल से समधी और बेटी के साथ सेमराखुर्द अपने गांव वापस आ रहे थे. जिसके बाद शाम करीब 6 बजे सेमराखुर्द के जंगल के पास हाथी ने तीनों को घेर लिया. जहां बेटी और समधी किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले. लेकिन रामधारी वहीं फंस गया. जिसके बाद हाथी ने रामधारी को कुचलकर मार डाला.
परिवार को दिया गया मुआवजा
देर शाम होने के कारण वन विभाग शव को जंगल से बाहर नहीं निकाल पाया था. जिसके बाद रविवार को मृतक रामधारी के शव को वन अमले ने जंगल से बाहर निकाला. रामधारी की मौत से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है. फिलहाल वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्काल मुआवजा राशि दे दी है.
पढ़ें: धमतरी: नगरी इलाके में 28 जंगली हाथियों की धमक से बढ़ी घबराहट
वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल
प्रतापपुर वन परीक्षेत्र में 26 से ज्यादा हाथियों का दल विचरण कर रहा है. साल दर साल लगातार हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है. हाथियों पर लगाम कसने को लेकर विभाग की कार्यशैली पर हमेशा से ही सवाल खड़े होते रहे हैं. हाथियों पर निगरानी रखने में वन विभाग का शुरू से ही उदासीन रवैया रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को हाथियों के सही लोकेशन की जानकारी नहीं होती. जिसके कारण हाथियों के हमले में लगातार लोगों की मौत होती है.