सूरजपुर: दिवाली की रौनक शुरू हो गई है. बाजारों में लोगों की भीड़ भी देखने को मिल रही है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण जिले के बाजारों में त्योहार का रंग थोड़ा फीका है. दिवाली के मद्देनजर जिले की कई महिला समूह इस बार गोबर और मिट्टी के दीये बनाकर अच्छी आमदनी की आस लगाए बैठे थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं मिल रहा है.
सूरजपुर और रामानुजनगर के महिला समूह ने पिछले 1 माह से दिवाली के मद्देनजर गोबर के दीये बनाने का काम शुरू कर दिया था. इसके बावजूद महिला समूह को कुछ खास फायदा होता नजर नहीं आ रहा है और दीयों की बिक्री कम हो रही है. ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन महिला समूह के काम को बढ़ावा देने और दीयों की बिक्री के लिए लोगों को जागरूक कर रही है. जिला प्रशासन लोगों से देसी और आकर्षक दीये के इस्तेमाल के साथ कोरोना संक्रमण के नियमों का पालन के लिए के लिए आग्रह कर रही है.
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विभाग के कर्मचारियों से भी निवेदन
सूरजपुर जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि दीयों की बिक्री के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि विभाग के कर्मचारियों से निवेदन किया जा रहा है कि सूरजपुर में बने देसी दीयों को खरीदें. साथ ही बाजारों में शासकीय परिसर की तलाश करके दीये का स्टॉल लगाने का प्रयास किया जा रहा है.