सूरजपुर: जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में लगातार तीसरे दिन एक और हथिनी का शव मिला है. एक महीने के अंदर चार मादा हाथियों का शव इस वन क्षेत्र से मिल चुका है. ये हथिनी भी गणेशपुर में डटे प्यारे हाथियों के दल की सदस्य थी. इससे पहले इस दल की 2 हथिनियों के शव मिले थे. अब तक वन विभाग पहले हुई हथिनियों की मौत की वजह का पता नहीं लगा पाया है. लगातार हथिनियों के शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. विभाग ने मौत के पीछ दूषित पानी की आशंका जताई है, लेकिन रायपुर की टीम ही इस बात की पुष्टि कर पाएगी.
सूरजपुर: मृत हथिनी के पास जमा हुआ हाथियों का दल, पोस्टमॉर्टम में आ रही दिक्कतें
आज मिले शव को देखकर ये अनुमान लगाया जा रहा है कि हथिनी की मौत 2-3 दिन पहले हुई थी. प्यारे दल कुछ दिन पहले गणेशपुर होकर राजपुर परिक्षेत्र में घुसा था और कुछ दिन रहने के बाद वापस लौट गया था. गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने जंगल में हथिनी के शव की सूचना वन विभाग को दी थी. फिलहाल वन अमला मौके पर पहुंचकर हथिनी के पोस्टमॉर्टम की तैयारी में जुट गया है.
गणेशपुर में डटा हुआ है प्यारे हाथी का दल
- मंगलवार को गर्भवती हथिनी का शव मिला था.
- बुधवार को एक और हथिनी का शव बरामद हुआ था.
- मृत हथिनी के पास उसके शावक और प्यारे हाथी दल के 16 हाथी जमा हो गए हैं.
- इस वजह से वन अमला वहां तक नहीं पहुंच पाया है.
- हाथियों के डेरा जमाने की वजह से अब तक मृत मादा हथिनी का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है.
प्रतापपुर वन अमला घटनास्थल के आसपास मौजूद है और बैरिकेड लगाकर लोगों को हाथियों की मौजूदगी की सूचना दे रहा है. लगातार हाथियों के शव मिलने की सूचना के बाद वन विभाग के आला अधिकारी भी प्रतापपुर पहुंच गए हैं. हथिनियों की मौत क्यों हो रही है, वन विभाग इसका पता लगाने की कोशिश कर रहा है.