सूरजपुर: कोरोना वायरस के कारण इस साल लोग रंग और पिचकारी नहीं खरीद रहे हैं. इस बार केवल अबीर से ही होली खेलना पसंद कर रहे हैं. इस बार रंगों के त्यौहार होली को लेकर बच्चे उत्साहित नहीं हैं. देश में कोरोना वायरस के मामले सामने आने पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी इस बीमारी के खतरे को लेकर अलर्ट हैं, लेकिन बाजारों में रंग गुलाल और पिचकारी खरीदने वालों की संख्या बहुत कम है.
वहीं मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री नेताओं ने होली मिलन समारोह से दूरी बनाए रखने की घोषणा की है. इस बार होली की खरीदारी में एक बात और देखने को मिली है. लोग चीनी पिचकारी और होली के अन्य सामानों से दूरी बनाए हुए हैं.
रंग,गुलाल की डिमांड
गुलाल के विक्रेता बजरंग अग्रवाल ने बताया कि 'टॉय गन वाटर, पिचकारी यह चाइनीस आइटम होली के वक्त डिमांड में होती हैं, लेकिन बाजार में कोरोना के अफवाह की वजह से देसी गुलाल खरीदा जा रहा है, जिसमें ज्यादातर लोग रंग गुलाल में 90 फीसदी भारतीय माल की डिमांड है. वहीं एक ग्राहक से हमने जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि बेकार की अफवाह फैलाई गई है. इससे इस बार रंगों और भाईचारे का त्यौहार थोड़ा फीका पड़ गया है.