सूरजपुर: छ्त्तीसगढ़ में कोरोना के मरीजों की संख्या में पहले से कुछ कम हुई है, लेकिन कोरोना का खतरा अब भी बरकरार है. जिले में कोरोना के अब तक कोरोना के 5 हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक रहने की सलाह देता है. बावजूद इसके कोरोना का खतरा कम होता नहीं दिख रहा है.
जिले में शनिवार को कोरोना के 41 नए केस सामने आए है. पिछले तीन दिनों में कोरोना से तीन लोग की मौत हो चुकी है. लगातार सामने आ रहे कोरोना के केस को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. जिले में कोरोना से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 490 एक्टिव मरीज है जिनका इलाज जारी है.
कोरोना के मरीजों में हो रही बढ़ोतरी
त्योहारी सीजन और शादी के सीजन के बाद से ही प्रदेश में लगातार कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. प्रदेश की राजधानी रायपुर में कोरोना के मरीज सबसे ज्यादा है. बढ़ती ठंड के साथ ही कोरोना के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पैर पसारना शुरू करेगा. लिहाजा वैक्सीन आने तक एकमात्र बचाव ही उपाय है. बदलते मौसम में शरीर को मौसम के अनुरूप अनुकूलित होने तक और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. अभी साधारण सर्दी, खांसी अंदर से कमजोर कर सकती है और रोगप्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ सकता है.
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छत्तीसगढ़ में कोरोना के केस
छत्तीसगढ़ में शनिवार को 1 हजार 45 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. कोरोना वायरस के 1 हजार 570 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. प्रदेश में अब तक 2 लाख 74 हजार 324 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. 2 लाख 57 हजार 21 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कोरोना वायरस से 3 हजार 275 लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार को 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. छत्तीसगढ़ में अभी 14 हजार 28 केस एक्टिव हैं. स्वास्थ्य विभाग कोरोना के मद्देनजर लोगों को लगातार सतर्क कर रहा है. लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रह हैं.
कोरोना से मरने वाले मरीज
- कोरोना से मरने वाले में सबसे ज्यादा मौतें हाइपरटेंशन वाले मरीजों की हुई.
- मरने वालों मरीजो में से 64 प्रतिशत मरीज ऐसे थे, जिन्हें पहले से हाइपरटेंशन था.
- 53 प्रतिशत मरीज डायबिटीज पेशेंट थे.
10 से 17 प्रतिशत तक लोगों कोरोनरी डिजीज हार्ट डिजीज था.
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- कोरोना में कितने तैयार अस्पताल
- प्राइवेट अस्पतालों को मिलाकर प्रदेश में लगभग 4000 जनरल बेस्ट बेड उपलब्ध है.
- ICU बेड 1120 के आसपास है.
- HUD में बैड की संख्या 724 है.
- वेंटिलेटर जो शासकीय अस्पतालों के पास उपलब्ध है, वह 470 के आसपास है.
- सीएमएचओ के पास 60 और अन्य वेंटिलेटर उपलब्ध हैं.
- प्रदेश के 17 ऐसे प्राइवेट अस्पताल हैं, जहां पर वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है.