सूरजपुर: जिले में SECL जरही के पोंड़ी गांव में कोयला तस्करी जोरों से चल रही है. जहां स्थानीय लोग कोयला चोरी के पीछे स्थानीय पुलिस की भूमिका बता रहे हैं. ऐसे में कोयला तस्करी के बंद न होने पर स्थानीय लोग उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं.
प्रशासन को करोड़ों का चूना
कोयलांचल के जरही गांव में एक दशक पहले तक कोयला तस्करी आम बात थी. यहां आए दिन कोयला तस्कर शासन-प्रशासन को करोड़ों का नुकसान पहुंचा रहे थे, इसके अलावा यहां गैंगवार जैसी घटना आम हो चुकी थी. जिसपर कुछ समय के लिए रोक तो लगी, लेकिन फिर से पोंड़ी गांव में कोयले का काला कारोबार का शुरू हो गया है.
भोले-भाले ग्रामीणों को देते हैं लालच
कोल तस्कर गांव के भोले-भाले ग्रामीणों को चंद रुपये का लालच देकर खदानों से कोयला चोरी करवाते हैं और उसे ऊंचे दाम पर बाजार में बेच देते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि पांच दिन पहले भटगांव पुलिस ने लगभग पंद्रह टन कोयला जब्त किया था, लेकिन पुलिस ने कोयला को SECL को नहीं सौंपा, बल्कि चोरी छुपे फिर से उसे कोल तस्करों तक पहुंचा दिया. ऐसे में ग्रामीणों ने भटगांव पुलिस पर तस्करों से मिली भगत का आरोप लगाया है. साथ ही कोयले की तस्करी को नहीं रोकने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.